कोरबा। Korba: भारतीय मजदूर संघ (BMS) द्वारा 5 सितंबर 2024 को कोरबा जिले में पंच परिवर्तन कार्यक्रम के तहत पर्यावरण प्रबोधन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन (BMS) के मानिकपुर स्थित कार्यालय में हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अजय मिश्रा ने की, जबकि संचालन जिला मंत्री नवरतन बरेठ ने किया। मंच पर प्रमुख अतिथियों में भारतीय मजदूर संघ के अखिल भारतीय मंत्री राधेश्याम जायसवाल, पर्यावरण मंच (भामसं) के राष्ट्रीय प्रभारी लक्ष्मण चंद्रा, विभाग प्रमुख डी. वेंकट राव, राष्ट्रीय स्वयंसेवक पर्यावरण गतिविधि के विभाग प्रमुख शैलेन्द्र नामदेव, समाजसेवी और वरिष्ठ अधिवक्ता गोपी कौशिक, और अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के अध्यक्ष टिकेश्वर सिंह राठौर शामिल थे।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन और अतिथियों का सम्मान करके की गई। लक्ष्मण चंद्रा ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर विस्तार से चर्चा की और बताया कि कैसे पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्लास्टिक का उपयोग कम करना, वाहनों का प्रयोग घटाना, पेड़ लगाना, केमिकल के प्रयोग से बचना, और गीले कचरे को खाद में बदलना जैसे उपाय किए जा सकते हैं। उन्होंने पीपल, बरगद, और तुलसी जैसे पेड़ लगाने की भी सिफारिश की।
समाजसेवी गोपी कौशिक ने कोरबा शहर की प्रदूषण स्थिति पर चिंता व्यक्त की, यह बताते हुए कि NASA के अनुसार कोरबा 14वें सबसे प्रदूषित शहर के रूप में सूचीबद्ध है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदूषण इसी गति से बढ़ता रहा, तो यह स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनेगा। उन्होंने युवा वर्ग को इसके प्रति सजग रहने और पर्यावरण कानूनों के कड़ाई से पालन की आवश्यकता पर बल दिया।
राधेश्याम जायसवाल ने अपने भाषण में बीएमएस के सामाजिक दायित्वों पर जोर देते हुए कहा कि श्रमिक हित के साथ-साथ सामाजिक कार्य भी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बीएमएस के सात आयामों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि संगठन विश्व में कैसे मजबूती से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम विश्व के सबसे बड़े संगठनों में से एक का हिस्सा हैं।
कार्यक्रम के अंत में अजय मिश्रा ने सभी अतिथियों, पदाधिकारियों, और उपस्थित कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम की सफलता की घोषणा की। कार्यक्रम में कोरबा जिले के विभिन्न संगठनों, यूनियनों, और इकाइयों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए।