कोरबा। अशोक वाटिका में पिछले दो साल से मुफ्त की बिजली जलाई जा रही थी। बिना किसी वैध कनेक्शन के बिजली का उपयोग किया जाता रहा। इस मामले में विद्युत विभाग ने नगर निगम को पूर्व में नोटिस भी जारी किया था। पर उसे नजरंदाज कर नगर प्रशासन की मनमानी जारी रही। इस तरह दो साल निकल गए और आखिरकार विद्युत विभाग की टीम ने कनेक्शन काटने की कार्यवाही की है। विभाग के अनुसार इस बीच नौ लाख से अधिक की बिजली फूंक दी गई गई, जिसकी वसूली के लिए पुनः नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है।
एक ओर किसी आम आदमी का पानी बिल नौ-दस हजार भी पार कर जाए, प्रॉपर्टी टैक्स न पटाए तो नगर निगम की वसूली टीम कार्यवाही के लिए पहुंच जाती है। दूसरी ओर खुद नगर निगम की प्रॉपर्टी में पिछले दो साल से अवैध कनेक्शन के जरिए बिजली जलाई जाती रही और नगर निगम के अधिकारी आंखें मूंदे बैठे रहे। पिछले दिनों अशोक वाटिका की बिजली सप्लाई वितरण कंपनी ने काट दी है। यहां कार्रवाई करने पहुंचे विद्युत वितरण विभाग की टीम ने जांच में पाया कि बगैर विधिवत कनेक्शन के अशोक वाटिका में बिजली का उपयोग किया जा रहा था।
9 लाख की देनदारी
अशोक वाटिका को संवारने के बाद से अब तक 9 लाख रुपए से ज्यादा की बिजली खपत करने का टीम ने आंकलन भी लगाया है। नगर निगम द्वारा अशोक वाटिका का संचालन किया जाता है। इस कारण वितरण कंपनी की ओर से नगर निगम से पत्राचार करने की जानकारी भी मिली है। करोड़ों रुपए खर्च कर निगम ने अशोक वाटिका को संवारा है। ठेकेदार के माध्यम से कई विकास कार्य कराए गए हैं। ताकि यहां पहुंचे शहरवासियों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हो सके। सुबह मार्निंग वॉक के लिए तो शाम को बड़ी संख्या में शहरवासी पहुंचते हैं। बताया जा रहा है कि वितरण कंपनी की बिजली कनेक्शन काटे जाने की कार्रवाई के बाद उद्यान को बंद कर दिया गया है।
प्रतिदिन सुबह शाम अशोक वाटिका में सैर करने के लिए आने वाले लोगों में इसे लेकर निगम प्रशासन के प्रति आक्रोश है। इन सबका मानना है कि अधिकारियों की लापरवाही व निष्क्रियता की वजह से निगम की साख गिरी है। इसे लेकर आने वाले दिनों में सैर करने के लिए आने वाले लोग प्रदर्शन करने के साथ ही कटोरा लेकर चंदा एकत्रित कर बिजली बिल चुकाने के लिए निगम को सौंपेंगे।
पूर्व में भी किया गया था सूचित, पर फिर भी नहीं लिया कनेक्शन
इस मामले में विद्युत वितरण विभाग के सहायक अभियंता बालेश्वर अनंत का कहना है कि नगर निगम की ओर से संचालित अशोक वाटिका में विधिवत कनेक्शन नहीं लिया गया था। इसके बावजूद यहां बिजली का उपयोग किया जा रहा था। वितरण कंपनी की जांच में जब यह स्पष्ट हुआ तो कनेक्शन काटने की कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि इसके लिए पूर्व में भी नगर निगम को नोटिस जारी किया गया था। पर फिर भी वैध कनेक्शन नहीं लिया गया और बिजली का उपयोग किया जाता रहा।