
नई दिल्ली, 30 जुलाई 2025।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज नई दिल्ली स्थित 17, छत्तीसगढ़ सदन में राज्य के सांसदों से सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर आयोजित रात्रि भोज केवल एक औपचारिक आयोजन न होकर, विचार-विमर्श और सहयोग का मंच बन गया।
रात्रिभोज के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के समग्र विकास, नीति निर्धारण और ज़मीनी जरूरतों पर संसद में जनप्रतिनिधियों की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने सभी सांसदों को राज्य के विकास में दिए जा रहे योगदान के लिए धन्यवाद देते हुए कहा:
> “आप सभी की सक्रिय भागीदारी से छत्तीसगढ़ की आवाज़ संसद में प्रभावशाली ढंग से पहुँच रही है। यह साझा प्रयास राज्य के नागरिकों की आकांक्षाओं को केंद्र तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभा रहा है।”
राष्ट्रीय परिवर्तन और राज्यीय प्रतिबद्धता पर चर्चा
इस सौहार्दपूर्ण बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में हो रहे सुधारात्मक बदलावों और नई पहल की भी चर्चा हुई। सांसदों ने राज्य में केंद्र सरकार की योजनाओं की प्रगति और जमीनी क्रियान्वयन से जुड़ा फीडबैक साझा किया, जिससे नीतियों की असरकारिता पर वास्तविक दृष्टिकोण सामने आया।
मुख्यमंत्री ने रखे राज्य विकास के प्रमुख बिंदु
- नई औद्योगिक नीति की दिशा में हो रहे प्रयास
- निवेश आकर्षण को लेकर बनाए गए अनुकूल माहौल
- युवाओं के लिए रोज़गार और स्टार्टअप के नए अवसर
- किसानों की आर्थिक सशक्तिकरण योजनाएं
- नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में हो रहे बुनियादी व सामाजिक विकास कार्य
मुख्यमंत्री साय ने स्पष्ट किया कि छत्तीसगढ़ सरकार केंद्र के सहयोग से राज्य को “नए भारत के निर्माण” में एक अग्रणी इकाई के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।