
नई दिल्ली। जीएसटी की दरों में कटौती और नवरात्रि होने के बाद भी पिछले दो माह से सितंबर में वाहनों का पंजीकरण कम रहा है। दिल्ली में इस माह वाहनों का कुल पंजीकरण 60021 रहा, जबकि अगस्त में यह संख्या 61630 थी और जुलाई में 67428 तक पंजीकरण पहुंच गया था।
वैसे अगर पिछले साल से तुलना करें तो इस साल सितंबर में वाहनों को पंजीकरण 15000 बढ़ा है। विशेषज्ञों की मानें तो जीएसटी कम होने का असर दीवाली पर नजर आएगा।
इस साल सितंबर की बात करें तो 60021 में से 30 हजार वाहन नवरात्रि के दौरान ही पंजीकृत हुए हैं। 22 सितंबर काे जब नवरात्रि शुरू हुई तब तक वाहनों का पंजीकरण 28 हजार तक ही पहुंचा था। जो 25 सितंबर तक बढ़कर 35301 हुआ है। इसमें मुख्यरूप से 5693 कारें और 23000 मोटरसाइकिल शामिल थीं।
बताया गया कि 26 सितंबर वाहनों का यह संख्या 42609 पर पहुंची, जिसमें कारों की संख्या 7440 पर और दोपहिया की संख्या 28680 पर पहुंची। इसी तरह 27 सितंबर काे वाहनाें की कुल संख्या 50130 पर पहुंची जिसमें 9026 कारें और 34217 दो पहिया शामिल थे। 30 सितंबर को यह संख्या 60021 हुई जिसमें कुल कारों का पंजीकरण 11486 और दोपहिया की संख्या 40581 रही। इसी तरह अगर हम सितंबर 2024 की बात करें तो उसे माह में 45762 वाहनों का पंजीकरण हुआ था। जिसमें कारों की संख्या 9759 रही थी और दोपहिया वाहन 29998 रहे थे।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
परिवहन विभाग के पूर्व उपायुक्त व परिवहन विशेषज्ञ अनिल छिकारा कहते हैं कि दरअसल यह किसी को पता नहीं था कि केंद्र सरकार जीएसटी कम करने जा रही है। ऐसे में जिसने मनाया बनाया था उसने वाहन खरीद लिया। वैसे भी वाहनों का पंजीकरण दीवाली पर ही ज्यादा होता है। जीएसटी कम होने की अगर बात करें तो जीएसटी में कटाैती नवरात्रि शुरू होने पर लागू की गई।