Korba : कोरबा से चलकर तिरुमला जा रही कोरबा विशाखापत्तनम एक्सप्रेस में रविवार की सुबह आग लग गई. गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है. हालांकि ट्रेन की तीन बोगियों समेत इसमें रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची राहत टीम ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है.
आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में रविवार की अल सुबह बड़ा रेल हादसा हुआ है. यहां कोरबा से चलकर आई कोरबा-विशाखापत्तनम एक्सप्रेस के तीन एसी कोच में आग लग गई. देखते ही देखते आग इतनी बढ़ गई कि तीनों कोच से निकलने वाली आग की लपटें आसमान छूने लगी. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची राहत टीम ने बड़ी मुश्किल से सभी यात्रियों को ट्रेन से बाहर निकाला है. इस घटना में किसी जन हानि की सूचना नहीं है, लेकिन तीनों कोच समेत इसमें रखा यात्रियों का सारा सामान जलकर खाक हो गया.
ट्रेन में सवार यात्रियों के मुताबिक ट्रेन विशाखापत्तनम के प्लेटफार्म नंबर 4 पर खड़ी थी. इसी दौरान B7 कोच में धुआं उठने लगा. इसे देखकर इस कोच में सवार यात्री शोर मचाते हुए बाहर की ओर भागे. इतने में कोच से लपटें उठनें लगी. देखते ही देखते आग बढ़ते हुए B6 कोच को भी चपेट में ले लिया. रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक यह ट्रेन विशाखापत्तनम रेलवे स्टेशन पर सुबह 6:30 बजे पहुंची थी. यह ट्रेन 9:45 बजे यार्ड के लिए रवाना होनी थी. इसी बीच ट्रेन के बी 7 कोच से धुआं उठना शुरू हुआ और देखते ही देखते आग पास के दूसरे कोच बी 6 तक पहुंच गई.
दमकल कर्मियों की सजगता से टल गया बड़ा हादसा
घटना के बाद एक्टिव हुए राहत दस्ते ने काफी मशक्कत के बाद आग को काबू कर लिया है. हालांकि आग पूरी तरह बुझने तक बी7, बी6 के अलावा एम1 कोच जलकर खाक हो चुके हैं. राहत टीम के मुताबिक दमकल कर्मियों की सजगता से एक बड़ा हादसा टल गया. दमकल कर्मियों ने यहां पहुंचते ही आग बुझाने के बजाय सबसे पहले आग को बढ़ने से रोकने की कोशिश की. वहीं जब आग को रोक लिया गया तो धीरे-धीरे आग को नियंत्रित किया गया और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग को पूरी तरह से बुझा लिया गया. आग पर नियंत्रण मिलने के बाद रेलवे ने घटना के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं. रेलवे ने माना है कि यह हादसा काफी बड़ा हो सकता था. गनीमत रही कि हादसे के वक्त ट्रेन प्लेटफार्म पर खड़ी थी और हादसे के वक्त यात्री गाड़ी के अंदर नहीं थे.
कारणों की जांच में जुटा रेलवे
रेलवे ने हादसे की प्राथमिक वजह तकनीकी खामी बताई है, हालांकि मामले की विधिवत जांच कर रिपोर्ट बनाने के लिए भी कहा गया है. इस घटना पर वॉल्टायर डिवीजन के डीआरएम सौरभ प्रसाद ने कहा कि घटना के वक्त कोच खाली थे और ट्रेन मरम्मत व रखरखाव के लिए डिपो में जाने वाली थी. उन्होंने बताया कि 11:10 बजे तक आग को काबू करने के बाद जले हुए कोच को छोड़ कर बाकी ट्रेन को डिपो के लिए रवाना कर दिया गया. उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश फायर सर्विस की अनापत्ति के बाद जले हुए कोच को भी वहां से हटा लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि घटना के कारणों की समग्र जांच के आदेश दिए गए हैं.