हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक पुलिसकर्मी ने फर्जी डॉक्यूमेंट के आधार पर पुलिस विभाग में नौकरी प्राप्त करने का मामला सामने आया है। अब जब जांच पड़ताल होने के बाद यह बात सामने आई है कि उसने जन्मतिथि बदलकर और फर्जी डॉक्यूमेंट के आधार पर उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग ने नौकरी प्राप्त की थी। आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ हाथरस गेट कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है। फर्जी डॉक्यूमेंट पर नौकरी पाने वाला पुलिसकर्मी हाथरस जिले के मुरसान थाने में तैनात है, लेकिन जब इस पुलिसकर्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया तो वह ड्यूटी से गायब हो गया।
साल 2018 में सीधी भर्ती के तहत जितेंद्र मलिक पुत्र धर्मपाल सिंह निवासी छायंसा थाना जरचा जिला गौतमबुद्ध नगर पुलिस विभाग में आरक्षी के रूप में भर्ती हुआ था। इसके बाद पुलिस अधिकारियों को यह शिकायत मिली कि उसने जन्म तिथि में फेरबदल कर फर्जी दस्तावेज के आधार पर पुलिस विभाग में नौकरी पाई है। वहीं इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने जांच पड़ताल की तो यह बात सामने आई कि उसने शैक्षिक दस्तावेजों में अलग-अलग जन्म तिथि दर्शाकर सरकार के साथ धोखाधड़ी कर पुलिस विभाग में नौकरी हासिल की है। इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक ने भी जांच पड़ताल की थी और आरोपों की पुष्टि हुई थी।
केस दर्ज होने के बाद पुलिसकर्मी फरार
फर्जी डॉक्यूमेंट के आधार पर यूपी पुलिस में नौकरी पाने वाले सिपाही के खिलाफ कोतवाली हाथरस गेट में मुकदमा दर्ज कराया गया। इस समय पुलिसकर्मी की मुरसान थाने में तैनाती है, लेकिन जब से उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है वो थाने से गायब हो गया है। अब हाथरस पुलिस उसकी तलाश कर रही है।