कोरबा

Coal Blocks in CG : कोरबा जिले में 3 कोयला ब्लॉकों की नीलामी पूरी…! राज्य को मिलेगा ऊर्जा उत्पादन में बढ़त और करोड़ों का राजस्व

उत्पादन क्षमता और बढ़ेगा राजस्व

कोरबा, 04 अगस्त। Coal Blocks in CG : कोयला मंत्रालय ने कमर्शियल माइनिंग के 12वें दौर के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के तीन कोल ब्लॉकों की सफल नीलामी कर दी है। यह कदम न केवल राज्य की ऊर्जा उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देगा, बल्कि राजस्व के लिहाज से भी इसे एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।

इन खदानों की हुई नीलामी

कोरबा जिले में स्थित- रजगामार डिपसाइड देवनारा, रजगामार डिपसाइड साउथ ऑफ फुलकडीह और रायगढ़ जिले का एक कोल ब्लॉक है। इनमें से, TMC मिनरल रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड ने रजगामार डिपसाइड देवनारा माइंस हासिल की है। मिवान स्टील्स लिमिटेड को फुलकडीह माइंस आवंटित हुई है।

उत्पादन क्षमता और राजस्व अनुमान

इन खदानों से आने वाले वर्षों में कुल 52.5 लाख टन कोयले के वार्षिक उत्पादन की उम्मीद है। इससे राज्य को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाने में मदद मिलेगी। कोल मंत्रालय के मुताबिक, इस नीलामी से देश को सालाना करीब 719.90 करोड़ रुपये का राजस्व मिलेगा। सात ब्लॉकों की इस नीलामी में अधिकांश खदानें कोरबा (छत्तीसगढ़) और झारखंड जैसे कोयला समृद्ध राज्यों में स्थित हैं।

छत्तीसगढ़ को मिलेगा

  • स्थानीय रोजगार के अवसर
  • औद्योगिक निवेश को बढ़ावा
  • ऊर्जा उत्पादन लागत में संभावित कमी
  • राजस्व में सीधा योगदान

कमर्शियल माइनिंग उद्देश्य

कमर्शियल कोल माइनिंग की प्रक्रिया निजी कंपनियों को खनन क्षेत्र में शामिल कर, कोयला उत्पादन को वाणिज्यिक स्तर पर बढ़ाने का प्रयास है। इससे न केवल कोयला आयात पर निर्भरता कम होगी, बल्कि राष्ट्रीय ऊर्जा सुरक्षा को भी बल मिलेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस कदम से छत्तीसगढ़ को ऊर्जा राजधानी के रूप में और अधिक मजबूती मिलेगी, साथ ही उद्योगों को ईंधन आपूर्ति में स्थिरता आएगी।

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