DMF in Korba : कोरबा में 480 अतिथि शिक्षकों और 351 भृत्यों की होगी भर्ती…मिलेगा बढ़ा हुआ मानदेय
कलेक्टर अजीत वसंत की पहल, विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की दिशा में बड़ा कदम

कोरबा, 05 जुलाई। DMF in Korba : राज्य शासन के दिशा-निर्देशों के तहत कोरबा जिले में शिक्षकों की कमी को दूर करने और शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारने के उद्देश्य से कलेक्टर अजीत वसंत ने एक सार्थक पहल करते हुए जिला खनिज न्यास मद (DMF) से 480 अतिथि शिक्षक और 351 भृत्य की मानदेय आधारित भर्ती की स्वीकृति प्रदान की है।
इस निर्णय के तहत प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में रिक्त पदों की पूर्ति की जाएगी। भर्ती की प्रक्रिया जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मेरिट सूची के आधार पर की जाएगी।
भर्ती की विस्तृत जानकारी:
- प्राथमिक शाला के लिए – 243 अतिथि शिक्षक
- माध्यमिक शाला के लिए – 109 अतिथि शिक्षक
- हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के लिए – 128 अतिथि व्याख्याता
- भृत्य (चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी) – 351 पद
पूर्व कार्यरतों को मिलेगी प्राथमिकता
कलेक्टर श्री वसंत ने निर्देश दिए हैं कि पूर्व में कार्यरत अतिथि शिक्षकों और भृत्यों को इस सत्र में प्राथमिकता दी जाए। साथ ही भर्ती में नियमों का कड़ाई से पालन करते हुए प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश भी दिए गए हैं, जिससे विद्यार्थियों को समय पर शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
मानदेय में हुई वृद्धि
इस सत्र में अतिथि शिक्षकों और भृत्यों के मानदेय में बढ़ोतरी की गई है। नया मानदेय इस प्रकार होगा:
श्रेणी | गत वर्ष (₹) | वर्तमान सत्र (₹) |
---|---|---|
भृत्य (चतुर्थ श्रेणी) | 8,000 | 8,500 |
प्राथमिक शाला शिक्षक | 10,000 | 11,000 |
माध्यमिक शाला शिक्षक | 12,000 | 13,000 |
हाई/हायर सेकेंडरी व्याख्याता | 14,000 | 15,000 |
शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में कदम
कलेक्टर अजीत वसंत ने जिले में विद्यार्थियों की संख्या के अनुपात में पर्याप्त शिक्षक उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है। उन्होंने युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के बाद उन विद्यालयों की पहचान कराई, जहाँ शिक्षकों की जरूरत है। इसके आधार पर यह भर्ती की जा रही है।
इस कदम से कोरबा जिले में शिक्षण व्यवस्था (DMF in Korba) को मजबूती मिलेगी और सत्र के समय पर संचालन में मदद मिलेगी। विद्यार्थियों को विषय विशेषज्ञ शिक्षक उपलब्ध होने से उनकी शैक्षणिक गुणवत्ता में भी सुधार की उम्मीद है।