CG Liquor Scam : रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2000 करोड़ के शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और बेटे हरीश लखमा को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद ED ने कवासी लखमा को जस्टिस अतुल श्रीवास्तव की कोर्ट में पेश किया और कोर्ट से 14 दिन की रिमांड मांगी। मामले में दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद कोर्ट ने कवासी लखमा को 7 दिन की रिमांड में भेज दिया है।
CG Liquor Scam : बता दें कि शराब घोटाला मामले में 28 दिसंबर को ED ने पूर्व मंत्री लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी। छापेमार कार्रवाई में ED ने नगद लेनदेन के सबूत मिलने की जानकारी दी थी। उसके बाद 3 जनवरी को दोनों को फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
CG Liquor Scam : जानें क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला
ईडी की चार्जशीट के अनुसार, साल 2017 में आबकारी नीति में संशोधन कर CSMCL के ज़रिये शराब बेचने का प्रावधान किया गया, लेकिन 2019 के बाद शराब घोटाले के किंगपिन अनवर ढेबर ने अरुणपति त्रिपाठी को CSMCL का MD नियुक्त कराया, उसके बाद अधिकारी, कारोबारी, राजनैतिक रसूख वाले लोगों के सिंडिकेट के ज़रिये भ्रष्टाचार किया गया, जिससे 2161 करोड़ का घोटाला हुआ।
CG Liquor Scam : चार्जशीट के अनुसार CSMCL के MD रहे अरुणपति त्रिपाठी मनपसंद डिस्टिलर की शराब को परमिट करते थे। देशी शराब के एक केस पर 75 रुपए कमीशन दिया जाना था, इस कमीशन की त्रिपाठी एक्सेलशीट तैयार कर अनवर ढेबर को भेजते थे। आरोप है कि अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी के सिंडिकेट ने नकली होलोग्राम लगाकर अवैध तरीके से शराब की बेधड़क बिक्री की। इससे राज्य के राजस्व को बड़ा नुकसान हुआ। आपराधिक सिंडिकेट के जरिये CSMCL की दुकानों में सिर्फ तीन ग्रुप की शराब बेची जाती थीं, जिनमें केडिया ग्रुप की शराब 52 प्रतिशत, भाटिया ग्रुप की 30 प्रतिशत और वेलकम ग्रुप की 18 प्रतिशत हिस्सा शामिल है।
CG Liquor Scam : बता दें कि शराब घोटाला मामले में अब तक 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है उनमें आईएएस अनिल टुटेजा, होटल करोबारी अनवर ढेबर, शराब ठेकेदार त्रिलोक सिंह ढिल्लन, अरविन्द सिंह, नितेश पुरोहित, एपी त्रिपाठी सहित पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके पुत्र हरीश कवासी शामिल हैं।