रायपुर। छत्तीसगढ़ में कथित कोयला घोटाले मामले में निलंबित उपसचिव सौम्या चौरसिया की जमानत याचिका पर सुनवाई पूरी होने के बाद न्यायाधीश ने फैसला सुरक्षित रखा था। जिसके बाद कोर्ट ने शाम को अपना फैसला सुनाते हुए सौम्या चौरसिया को जमानत न देने की बात कही। यह भी कहा कि मामले की केस डायरी के मुताबिक सौम्या की पूरी संलिप्तता नजर आ रही है।
बता दें कि सौम्या के वकील ने सुनवाई के दौरान अपना पक्ष रखते हुए कहा कि पिछले दिनों एक युवक ने कश्मीर में प्रधानमंत्री का करीब बनकर घूमने का काम किया, बाद में वे पकड़ा गया। कोर्ट में इस बात का उदहारण देते हुए बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि पुलिस ने उस मामले में प्रधानमंत्री के पद का दुरुपयोग करने वाले को गिरफ्तार किया गया न की प्रधानमंत्री को।
2 दिसंबर 2022 से जेल में बंद सौम्या चौरसिया पिछली कांग्रेस सरकार में ताकतवर और प्रभावशाली अफसर रहीं है। सौम्या चौरसिया को कोयला घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने 2 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वे सेंट्रल जेल रायपुर में बंद हैं। प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद ईडी के प्रतिवेदन पर एसीबी और ईओडब्ल्यू की ओर से एफआईआर दर्ज की गई थी।