गुजरात के सूरत में पुलिस ने 2.57 करोड़ रुपये मूल्य के जाली नोट जब्त किए हैं। इस सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। आरोपियों ने इन जाली नोटों को बैंक, बाजारों और आम लोगों को ठगने के लिए तैयार किया था।
500 रुपये की गड्डियां
पुलिस के अनुसार, यह घटना शनिवार शाम की है, जब चार आरोपी सरोली इलाके में तीन बैग लेकर पैदल जा रहे थे। जांच के दौरान उन्हें पकड़ लिया गया। सरोली पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया, “आरोपियों ने 500 रुपये के जाली नोट की 43 गड्डियां छिपा कर रखी थीं। प्रत्येक गड्डी में 1,000 नोट थे। इनमें सबसे ऊपर और सबसे नीचे के नोट असली थे, ताकि लोग ठगे ना जाएं।” इसके अलावा पुलिस ने 21 गड्डियां और बरामद कीं, जिनमें 200 रुपये के 1,000 जाली नोट थे।
इन धाराओं में मामला दर्ज
इन जाली नोटों पर न तो कोई सीरियल नंबर था और न ही उनके ऊपर भारतीय रिजर्व बैंक का ठप्पा था। इन नोटों पर ‘भारतीय बच्चों का खाता’ लिखा हुआ था, जो उनके नकली होने का स्पष्ट संकेत था। आरोपियों की पहचान महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के अहिल्यानगर निवासी दत्तात्रेय रोकडे, राहुल विश्वकर्मा और राहुल काले के रूप में हुई है, जबकि एक आरोपी सूरत का निवासी गुलशन गुगाले है। इन सभी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 318 (2) (धोखाधड़ी), 61 (आपराधिक साजिश) और 62 (गंभीर अपराध के प्रयास के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस का कहना है कि यह एक बड़ा गिरोह हो सकता है, जो देशभर में जाली नोटों का नेटवर्क चला रहा था। आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि उनसे इस मामले में और महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सकती है।