
रायपुर, 11 सितंबर। Airport Navigation System : राजधानी रायपुर स्थित स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे पर बुधवार को अचानक तकनीकी खराबी आने से नेविगेशन सिस्टम में दिक्कत के कारण बड़ा व्यवधान उत्पन्न हो गया। दिल्ली से रायपुर आ रही इंडिगो फ्लाइट संख्या 6E 5138 को भोपाल डायवर्ट करना पड़ा। फ्लाइट में कुल 170 यात्री सवार थे, जिनमें दुर्ग से बीजेपी सांसद विजय बघेल और वरिष्ठ IAS अधिकारी सोनमणी बोरा भी शामिल थे। एयरपोर्ट प्रशासन के अनुसार, तेज आंधी-तूफान के दौरान बिजली गिरने से तकनीकी गड़बड़ी हुई, जिससे विजिबिलिटी और नेविगेशन सिस्टम प्रभावित हो गया।
4 उड़ानें रद्द, 6 डायवर्ट
इस तकनीकी खराबी के कारण 4 फ्लाइट्स रद्द कर दी गईं और 6 अन्य फ्लाइट्स को डायवर्ट किया गया। प्रभावित उड़ानें दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु और इंदौर से जुड़ी थीं। मौसम और विजिबिलिटी में सुधार के बाद संचालन सामान्य किए जाने की बात एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कही है।
इंडिगो की फ्लाइट को रात 9:15 बजे भोपाल एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतारा गया, जहां विमान को रिफ्यूल किया गया। इसके बाद रात 10:30 बजे फ्लाइट ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी और रात 11:45 बजे दिल्ली पहुंची।
दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों का हंगामा
जब दिल्ली पहुंचने के बाद यात्रियों को बताया गया कि उन्हें उसी रात रायपुर नहीं भेजा जाएगा, तो एयरपोर्ट पर जोरदार हंगामा हुआ। यात्रियों ने आरोप लगाया कि इंडिगो का कोई अधिकारी सामने नहीं आया, और करीब एक घंटे तक हंगामा चलता रहा। इसके बाद एयरलाइन ने यात्रियों को दो अलग-अलग रिसॉर्ट्स में ठहराने की व्यवस्था की।
आज दोपहर रायपुर के लिए नई फ्लाइट
इंडिगो ने सभी यात्रियों को गुरुवार दोपहर 12:40 बजे दिल्ली से रायपुर भेजने के लिए फ्लाइट 6E 9056 में सीटें अलॉट कर दी हैं। यह फ्लाइट 2:25 बजे रायपुर पहुंचेगी।
क्या होता है नेविगेशन सिस्टम?
- सैटेलाइट आधारित नेविगेशन (GPS/NavIC) : विमान की लोकेशन, ऊंचाई और समय की सटीक जानकारी देता है।
- ग्राउंड-बेस्ड ऑग्मेंटेशन सिस्टम : हवाई अड्डों के आसपास लगे सिस्टम विमान को लैंडिंग में मार्गदर्शन देते हैं।
- इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम : विमान में लगे सेंसर विमान की चाल और दिशा को मापते हैं।
यात्रियों को भारी असुविधा
इस घटना से रायपुर और दिल्ली दोनों जगह यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। कई लोगों को रातभर एयरपोर्ट पर परिजनों से संपर्क करने में मशक्कत करनी पड़ी, जबकि रिटर्न फ्लाइट्स भी प्रभावित हुईं।
तकनीकी गड़बड़ियों और खराब मौसम की वजह से इस तरह की आपात स्थिति कभी भी उत्पन्न हो सकती है, लेकिन एयरलाइंस की जिम्मेदारी बनती है कि वो यात्रियों को समय पर पूरी जानकारी दे और वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करे।