कटाक्ष

Sai’s coronation and : पुलिस का फ्लोर टेस्ट, फ़्लोरा मैक्स,मॉल की लाल डायरी और अंतरंग तस्वीरें..तबादला अभी बाकी है मेरे दोस्त,12/13/14…

पुलिस का फ्लोर टेस्ट, फ़्लोरा मैक्स…

जिले की पुलिसिंग सिंडिकेट सुपरकॉपो की वजह से उलझकर रह गई है। शहर पुलिसिंग की मौजूदा कार्यप्रणाली को लेकर जनमानस में खुसफुसाहट है कि खाकी की स्थिति इस समय दुविधा में दोनों गए माया मिली न राम जैसे हो गई है।

दरअसल महिलाओं को रंगीन सपने दिखाने वाले मार्केटिंग कंपनी फ्लोरा मैक्स पर अब पुलिस को फ़्लोर टेस्ट से जूझना पड़ रहा है।

वैसे तो देश में अब तक अल्पमत वाले पार्टी को सरकार में बने रहने के लिए फ्लोर टेस्ट देकर साख बचाना होता है। यह पहली बार है जब महिलाओ से ठगी के मामले में पुलिस टीम को फ्लोर टेस्ट देकर खाकी की साख बचाना सबसे बड़ी चुनौती के रूप में मुंह बाएं खड़ा है। खबरीलाल की माने नगर निगम क्षेत्र में लगभग 20 हजार महिलाओं की अपार धन राशि समूह के माध्यम से डूबी हुई है और आगामी महीनों में निगम का चुनाव भी होना है। लिहाजा रकम डुबाने वाली महिलाओं ने अगर एकतरफा वोटिंग कर दिया तो नगर सरकार का ताज कांग्रेस के हाथ मे होगा। जिसका सारा ठीकरा जिला पुलिस प्रशासन पर फूटेगा। हालांकि फ़्लोरा मैक्स के मास्टरमाइंड लोगो को गिरफ्तार कर पुलिस अपनी साख बचाने में जुटी है लेकिन पुलिस से चूक तो हुई है क्योंकि ये वही ठग कंपनी है जो शहीद स्मृति दिवस पर एसपी कार्यालय में शहीदों के परिजनों का सम्मान किया था। अब सवाल यह उठता है कि पुलिस के उच्च अधिकारी बिना बैकग्राउंड वेरिफिकेशन के शहीदों के परिजनों को सम्मान कैसे करा दिया ! शहर में हो रही खुसफुसाहटों पर गौर करे तो यहां भी यही धुन चल रहा है “काश ! पुलिस पहले कंपनी की वेरिफिकेशन करा लेती तो इतना बड़ा घोटाला और महिलाओ के साथ छलावा न होता..” पर क्या करें बिल्ली के गले घण्टी कौन बांधता ?

मॉल की लाल डायरी और अंतरंग तस्वीरें…

सैर और स्पा का मजा लेने के लिए अब बैंकॉक जाने की जरूर नहीं रही, ये मजा शहर के पॉम मॉल और सिटी सेंटर में भी मिल सकता है। दरअसल शहर के पॉम मॉल और सिटी सेंटर में संचालित स्पा सेंटर में एस्ट्रा सर्विस का लाभ उठाने वाले बिगड़ैल रसूखदार और लक्ष्मीपुत्रों की लाल डायरी बन चुकी है। जिसे बीच- बीच में संचालक बाछ रहा है। कहा तो यह भी जा रहा कि स्पा सेंटर के लाल डायरी में खाकी वालों के नाम भी अंकित हैं जो डंडे के जोर पर समय समय में एक्स्ट्रा सर्विस का फायदा उठा रहे हैं।

खबरीलाल की माने तो मॉल के स्पा सेंटर जो युवतियां एक्स्ट्रा सर्विस दे रही है वो विदेश और दिल्ली, हरियाणा जैसे बड़े  शहरों की हैं। विदेशी युवती तो वीजा पर कोरबा में काम कर रही हैं और इनका पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं हुआ है। जाहिर है मेट्रो सिटी की शैली पर कोरबा में हनीट्रैप का जाल बिछाया जा रहा है। जो शहर के लक्ष्मीपुत्रों के गले की फांस बनती जा रही है। कहा तो यह भी जा रहा कि स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे इस अवैध कारोबार के जाल में कई रसूखदार फंस चुके हैं और लोक लाज के भय से मोटी रकम गंवा चुके हैं।

सूत्रों की माने तो मजा के लालच में स्पा सेंटर में मालिश के साथ साथ एक्स्ट्रा सर्विस लेने वाले ग्राहकों की अंतरंग तस्वीरें के साथ नम्बर भी अंकित हैं जो आने वाले समय मे नोट उगलने वाले एटीएम मशीन की तरह काम करेगी। फिलहाल तो मॉल में चल रहे स्पा सेंटर के एक्स्ट्रा सर्विस पर दुर्ग एसपी रहे अभिषेक पल्लव के सोशल मीडिया में अपलोड वीडियो को देखकर स्पा का मजा वाले टेंशन में कहने लगे कहीं फंस गए तो धन और धर्म दोनों से हाथ धो बैठेंगे..!

 

 

साय की ताजपोशी और मंत्री का आशीर्वाद

जिले के जलसंसाधन विभाग में एक ठेकेदार ने एक तीर दो शिकार करते हुए अपने चेहते अफसर की ताजपोशी के लिए मंत्री का आशीर्वाद लिया है।
दूसरे तरफ बड़े साहब को लूप लाइन में दिन काटने तैयार किया है। मामला वर्क इन हैंड को छुपा कर जलसंसाधन में 4 करोड़ का ठेका हथियाने का है।

असल में टेंडर के बाद कॉन्ट्रेक्टर ने अंतर की राशि भी जमा कर दी। इसी बीच कूटरचना कर ठेका लेने की शिकायत हो गई। जब दस्तावेजों की जांच हुई तो वर्क इन हैंड को छुपाने की साक्ष्य भी मिल गए। इससे बाकी ठेकेदार एक हो गए। और बात खुल गई, मगर ठेकेदार ने नया रास्ता निकाल डाला।

दस्तावेज के कूटरचना में उलझने के बाद टीडीआर बचाने नई चाल चलते हुए मंत्री के शरण पहुंच गया। खबरीलाल की माने तो मंत्री के ओएसडी का अधिकारी के पास टीडीआर को रिलीज कर टेंडर निरस्त करने का फोन घनघनाने लगा। मगर ईई साहब ने नियम का पाठ पढ़ाते हुए ईएमडी जब्त कर टेंडर निरस्त करने की बात कही।

टेंडर निरस्त करने की बात कहने पर ठेकेदार के हाथपांव फूल गए। फिर क्या था अमानत राशि का भारी भरकम 52 लाख की राशि बचाने के लिए एसडीओ को ईई का प्रभार देने तैयारी की गई है। कहा तो यह भी की ईई को लूप लाइन में भेजकर एसडीओ को ईई बनाकर रकम निकालने एक तीर से दो शिकार करने की पटकथा लिखी जा चुकी है।

तबादला अभी बाकी है मेरे दोस्त ..

इसी सप्ताह 13 तारीख को विष्णुदेव साय की सुशासन वाली सरकार अपने एक साल पूरी करने जा रही है। सरकार एक साल पूरे होने पर एक साल बेमिसाल…का जश्न मनाएगी। मंत्री अपने रिपोर्ट कार्ड देंगे।

कई मायने में विष्णुदेव साय सरकार ने इस एक साल में कई बेमिसाल काम भी किए हैं, जिनकी तारीफ की जानी चाहिए और इसका असर गांव शहर में दिखने लगा है। कई रुकी परियोजनाओं को लिए बजट देकर उसे शुरु करने के प्रयास हुए।

लेकिन, इसी सरकार में कुछ अफसरों के बेमिसाल कामकाज के तरीके से सरकार की किरकिरी भी हुई। ऐसे अफसरों की तबादला सूची कभी भी जारी हो सकती है। इस बार लिस्ट में आईएएस, आईपीएस से लेकर मंत्रालय के अफसरों को बदला जा सकता है।

खबरीलाल के अनुसार नगरीय निकाय और पंचायत के चुनाव से पहले पुलिस और प्रशासन में भी फेरबदल की तैयारी हो चुकी है। तीन-चार जिलों के कलेक्टर बदले जा सकते हैं। कुछ इसी तरह का बदलाव पुलिस में भी हो सकता है। पुलिस में एसपी, और आईजी स्तर के अफसरों को इधर से उधर किया जा सकता है।

12/13/14

ऊपर जो हेडलाइन आप देखे रहे हैं वो किसी साल, महीने या दिन का कैलेंडर नहीं है..बल्कि ये वो सवाल है जो साल 2024 में बार बार चर्चा में आया मगर, इसका हल छत्तीसगढ़ के लोगों को अब तक नहीं मिल पाया। 12/13/14 का मतलब प्रदेश में विष्णुदेव साय सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार से है।

विष्णुदेव साय कैबिनेट में इस वक्त 11 मंत्री ही सरकार का काम संभाल रहे हैं। वैसे तो पिछले डेढ़ दशक से छत्तीसगढ़ में सीएम सहित 13 मंत्रियों को ही शपथ दिलाई जा रही है। जबकि विधानसभा सीटों के अनुसार सूबे 14 मंत्री बनाएं जा सकते हैं। इसलिए हमनें इसकी शुरुआत 12/13/14 से की।

खबरीलाल की मानें तो इस बार दिल्ली वाले 13 नहीं 14 मंत्री वाला फार्मूला यहां भी फिट कर सकते हैं। बीजेपी नेतृत्व हरियाणा में इसे आजमा भी चुका है। अब इसे छत्तीसगढ़ में भी लागू करने की तैयारी है। अब 12/13/14 में किसका नंबर लगेगा और कौन आउट होगा नए साल में सब कुछ साफ हो जाएगा।

✍️ अनिल द्विवेदी, ईश्वर चन्द्रा

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