कोरबा। नवरात्र के आठवें दिन महाष्टमी की आराधना धूमधाम से की गई। इस अवसर पर यज्ञ अनुष्ठान के साथ विशेष पूजा का आयोजन हुआ। सिद्धिदात्री अनुष्ठान के बाद, सर्वमंगला देवी सहित अन्य देवी मंदिरों और पंडालों में दीप ज्योति की पूजा की गई।
नवरात्र पर्व का उत्साह चरम पर रहा, जहां मंदिरों और पंडालों में पारंपरिक रीति-रिवाज से पूजा-अर्चना की गई। शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिन, जिले भर में आध्यात्मिक कार्यक्रम, कन्यापूजन, भोग भंडारा और जसगीतों का आयोजन हुआ। माँ सर्वमंगला देवी मंदिर, दुरपा कोरबा में हवन पूजन, जवारा विसर्जन और कन्याभोज के साथ नवरात्रि का समापन हुआ।
प्रबंधक एवं पुजारी नमन पाण्डेय (नन्हा महाराज) के नेतृत्व में विद्वान पंडितों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ विधिवत हवन किया गया, जिसमें माँ सर्वमंगला देवी से प्रदेशवासियों की खुशहाली और जग कल्याण का आशीर्वाद मांगा गया।
महाष्टमी के दिन सभी अनुष्ठान संपन्न किए गए और जवारा विसर्जन भी किया गया। माँ महिषासुर मर्दिनी चैतुरगढ़ में भी हवन पूजन के साथ नवरात्रि का समापन हुआ। अंतिम दिन भी देवी मंदिरों में भारी भीड़ रही, जहां श्रद्धालुओं ने मनोकामना ज्योति कलश के दर्शन किए और फिर जवारा विसर्जन किया।