रायपुर। CG News: छत्तीसगढ़ में नए डीजीपी की नियुक्ति की अटकलों के बीच, राज्य सरकार डीजीपी अशोक जुनेजा के कार्यकाल को बढ़ाने की योजना बना रही है। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, सरकार जुनेजा को छह महीने का एक्सटेंशन देने पर विचार कर रही है और इसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने की तैयारी की जा रही है। बता दें कि अशोक जुनेजा का डीजीपी के रूप में कार्यकाल 5 अगस्त को समाप्त हो रहा है।
CG News: एक्सटेंशन की मंजूरी के लिए केंद्र सरकार की स्वीकृति अनिवार्य है। सूत्रों के मुताबिक, गृह विभाग ने नए डीजीपी के लिए संभावित नामों का पैनल केंद्र सरकार को भेजने की तैयारी की थी। पैनल में अरुण देव गौतम, हिमांशु गुप्ता और पवन देव के नाम शामिल थे। हालांकि, इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने से पहले इसे रोक दिया गया।
CG News: एक्सटेंशन के पीछे की वजहें
अशोक जुनेजा के रिटायरमेंट के बाद उनकी सेवा को बढ़ाने की संभावना के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। राज्य में भाजपा सरकार के आने के बाद से नक्सल मोर्चे पर मिली सफलताएं एक महत्वपूर्ण कारण मानी जा रही हैं। पिछले छह महीने में लगभग डेढ़ सौ नक्सली मारे गए हैं और बड़ी संख्या में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। अर्धसैनिक बलों और राज्य पुलिस के बीच बेहतर समन्वय के चलते नक्सल मोर्चे पर पहली बार इतनी बड़ी सफलता मिली है। डीजीपी के बदलने से समन्वय में किसी भी तरह की अनदेखी की संभावना को देखते हुए सरकार रिस्क उठाना नहीं चाहती।
CG News: 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी अशोक जुनेजा को उनके सरल, सहज और गंभीर कार्यशैली के लिए जाना जाता है। सेंट्रल डेपुटेशन पर काम करने का उनका अनुभव भी अच्छा है। उन्होंने रमन सरकार के दौरान इंटेलिजेंस चीफ के रूप में, और बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर में एसपी के रूप में काम किया है। गृह सचिव, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर और खेल संचालक के रूप में भी उनकी सेवाएं रही हैं। पुलिस मुख्यालय में रहते हुए उन्होंने सशस्त्र बल, प्रशासन और ट्रेनिंग की जिम्मेदारी निभाई है और सेंट्रल डेपुटेशन के दौरान नारकोटिक्स और कॉमनवेल्थ गेम्स की सुरक्षा प्रमुख की भूमिका निभाई है।