वेब डेस्क। ब्रिटेन के चुनाव में ऋषि सुनक की पार्टी की अप्रत्याशित हार हुई है, 14 साल के वनवास के बाद लेबल पार्टी फिर सत्ता में लौटी है। उस जीत के बाद अब ऋषि सुनक ने बतौर प्रधानमंत्री अपना आखिरी भाषण दे दिया है। उनकी तरफ से देश से माफी मांगी गई है और एक भावुक अपील भी हुई है।
सुनक ने माफी क्यों मांगी?
ऋषि सुनक ने कहा कि देश को पहले मैं सॉरी कहना चाहूंगा। मैंने इस पद पर रहते हुए अपना सबकुछ दिया, लेकिन आपके जनादेश ने साफ संदेश दिया है कि आप बदलाव चाहते थे। आपकी पसंद ही अब मायने रखती है। मैं इस हार की नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं, इन नतीजों के बाद मैं पार्टी नेता के पद से पीछे हटता हूं। ऋषि सुनक ने इस बात का भी जिक्र किया कि उनकी पार्टी के तमाम नेता ने इस चुनाव में काफी मेहनत की थी, लेकिन उन्हें दुख है कि वे उसे जीत में तब्दील नहीं कर पाए।
सुनक ने इस बात पर भी जोर दिया है कि वे नेता पद से हटेंगे जरूर, लेकिन तब तक जिम्मेदारी निभाते रहेंगे जब तक उनका उत्तराधिकारी ना आ जाए। उन्होंने पार्टी के भविष्य को लेकर दो टूक कहा कि अह विपक्ष की भूमिका को पूरी ताकत के साथ निभाना है, पार्टी को फिर मजबूती से खड़ा करना है।
क्या नतीजे रहे इस बार?
अब जानकारी के लिए बता दें कि इस बार के चुनाव में लेबर पार्टी ने सही मायनों में 400 पार कर लिया है, अभी तक जो नतीजे आए हैं, उनमें 412 सीटों पर जीत मिल चुकी है, 200 साल के इतिहास में कंजर्वेटिव अपना सबसे खराब प्रदर्शन करते हुए 120 सीटों पर सिमटती दिख रही है। इस हार की नैतिक जिम्मेदारी खुद सुनक ने ली है और उन्होंने नए प्रधानमंत्री को बधाई भी दे दी है।
वैसे तमाम एग्जिट पोल तो दिखा रहे थे कि सुनक की पार्टी को इस चुनाव में 100 सीटें भी नहीं मिलेंगी, उस लिहाज से तो पार्टी ने अपनी लाज बचाने का काम किया है। बड़ी बात यह है कि 2019 की तुलना में पार्टी का वोट शेयर बहुत ज्यादा नहीं गिरा है, ऐसे में फिर वापसी की उम्मीद जरूर रखी जा सकती है।