प्रतीकात्मक तस्वीर
कटिहार। सात साल से बिछड़े पति-पत्नी को थानेदार ने मिला दिया। दोनों का गिला-शिकवा दूर कराया। तुलसी के पौधे को साक्षी मानकर दोनों ने कसमें खाई। फिर दोनों एक-दूसरे के हो गए। कोढ़ा प्रखंड के सदलपुर खुर्द गांव के रहने वाले मुकेश कुमार की शादी सात साल पहले मझेली परमानंदपुर की आरती कुमारी से हुई थी। शुरू-शुरू में सबकुछ ठीक रहा, दोनों का एक बच्चा भी है। फिर जैसे-जैसे वक्त गुजरता गया, मनमुटाव बढ़ता गया। फिर दोनों में ईगो इतना बढ़ गया कि अलग-अलग रहने का फैसला कर लिया। मामला पुलिस तक पहुंचा तो दोनों को बुलाया गया, आखिरकार बिछड़े पति-पत्नी की थाने में मिलन हुआ।
आपसी मतभेद के कारण पति-पत्नी दोनों अलग रह रहे थे। इसी बीच आरती ने रौतारा थाने में लिखित आवेदन दिया कि उसके पति उसके साथ मारपीट करते हैं और बच्चे को भी अपने पास रख लिया है। इसी शिकायत के बाद रौतारा थाना प्रभारी सोनू कुमार एक्शन में आ गए। पति-पत्नी और उनके माता-पिता को थाने में आने का फरमान जारी कर दिया। पति-पत्नी दोनों की आपबीती सुनी।
सात साल बाद अलग हुए दंपति को फिर से एक साथ मिलाया। थाने में लगे तुलसी के पौधे को साक्षी मानकर साथ रहने और एक-दूसरे का साथ देने का कसम खिलाया। अब इस समझौते के चर्चा पूरे इलाके में है।
खुशी-खुशी से थाने से विदा हुए पति-पत्नी
लोग कह रहे हैं कि रौतारा पुलिस की कोशिश से दो परिवार उजड़ने से बच गए। सात साल से अलग रह रहे दंपति में सुलह हो गई। वे फिर से एक हो गए और उनका घर बस गया। आरती और मुकेश ने भी थानाध्यक्ष सोनू कुमार का आभार जताया। पति-पत्नी खुशी-खुशी थाने से विदा हुए।