कोरबा। हरदी बाजार थाना से महज कुछ दूरी पर चल रहे कोयला के अवैध खनन से तीन लोगों की मौत हो गई है। सूत्रों की माने तो कोयला खनन करने 5 ग्रामीण कोयला खदान के मुहाने गये थे। कोयला खनन करते समय मिट्टी धसक गई और पांच लोग मिट्टी में दब गए। घटना के बाद किसी तरह एक दो ग्रामीण जान बचाकर बाहर निकले और लोगो को 3 ग्रामीणों के मिट्टी में दबने की जानकारी दी। जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन और एसईसीएल की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को बाहर निकालने का काम शुरू हुआ। इस दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है।
मामला हरदीबाजार थाना क्षेत्र का है। सूत्रों के मुताबिक एसईसीएल की ओल्ड दीपका माइंस में एसईसीएल द्वारा पहले ही कोयला खनन कर दूसरे फेस में खनन का काम किया जा रहा है। दीपका माइंस के बंद पड़े खदान के इस हिस्से में केंवटा डबरी और सुआभोड़ी क्षेत्र के ग्रामीण अक्सर अवैध तरीके से कोयला निकालने जाते है। बताया जा रहा है कि रोज की तरह आज भी क्षेत्र के ग्रामीण माइंस के बंद पड़े हिस्से में कोयला चोरी करने के लिए घुसे हुए थे। खदान में सुरंग की तरह गड्ढा खोदकर ग्रामीण कोयला निकालने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान अचानक खदान की मिट्टी धसक गयी। इस घटना में मिट्टी की चपेट में आकर पांच ग्रामीण मिट्टी में दब गए। आनन फानन में किसी तरह मौके पर मौजूद दूसरे ग्रामीणों द्वारा अमित और लक्ष्मण मरकाम नामक युवक को मिट्टी से बाहर निकाला गया। वहीं तीन अन्य ग्रामीण शत्रुघन कश्यप,प्रदीप कुमार कमरो और लक्ष्मण ओढ़े नामक युवक मिट्टी में ही दब गये। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और एसईसीएल प्रबंधन द्वारा मिट्टी हटाकर ग्रामीणों को बचाने के लिए रेस्क्यू चालू किया गया हर हरदी बाजार थाना प्रभारी मृत्युंजय पांडेय ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद से ही पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। पुलिस और एसईसीएल की टीम द्वारा मिट्टी में दबे ग्रामीणों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन रात भर चलता रहा । आज सुबह 6 बजे मिट्टी में दबे तीनो ब्यक्ति के शव को बाहर निकाल लिया गया है।
पूर्व IAS और व भाजपा के वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने कोयला खदान से लूट का वीडियो किया था ट्वीट
पूर्व आईएएस और भाजपा सरकार के वर्तमान वित्तमंत्री ओपी चौधरी द्वारा 18 मई 2022 को अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो प्रसारित किया गया था। इसे कोरबा जिले के गेवरा माइंस में कोयला की लूट का वीडियो होना बताया गया था। इस वीडियो की वजह से पुलिस और प्रशासन की फजीहत हुई। राजनीतिक बयानबाजियों का भी दौर चला। बिलासपुर रेंज के आईजी रतनलाल डांगी ने वीडियो की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया था। कोयला खदान से हो खुलेआम लूट की गूंज पूरे देश मे हुई थी। इसके बाद एसईसीएल की कोयला खदान से खुलेआम लूट तो बंद हुई लेकिन एसईसीएल चोरी रोकने में असफल रहा। यही वजह है कि आज भी कोयला चोरी का खेल बदस्तूर जारी है।