कोरबा। शहर के मुख्य मार्ग हों या उससे लगी खाली जगह, कब्जे का खेल ऐसा चल पड़ा कि समझना मुश्किल हो जाता है कि आखिर सरकार की जमीन कहां है। कब्जे पर धड़ाधड़ निर्माण कर कब्जे पर वर्षों से काबिज अवैध संरचनाओं पर निगम प्रशासन कार्रवाई कर रहा है। इसी कड़ी में नहर किनारे लगी सरकारी जमीनों पर भी प्रशासन का बुलडोजर चला और एक पोल्ट्री फार्म समेत कई अवैध निर्माण नेस्तोनाबूत किए गए।
नगर निगम, राजस्व, सिंचाई विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार को शहर के कोरबा सुनालिया पुल से लेकर राताखार पुल तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। इस बीच नहर किनारे स्थित राठौर भवन के आगे सभी छोटे बड़े अवैध निर्माण व कब्जे को हटाया गया। एक्सीवेटर लेकर निकली सिंचाई विभाग कोरबा,नगर पालिक निगम कोरबा व राजस्व कोरबा की संयुक्त टीम ने एक एक कर चिन्हांकित कब्जों को तुड़वाया। इस कार्रवाई में राजस्व विभाग से तहसीलदार पटवारी, नगर निगम के अतिक्रमण निरोधी दस्ता प्रभारी योगेश राठौर, जोन प्रभारी कंवर, सिंचाई विभाग से एसडीओ साय तथा बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। इस कार्रवाई के दौरान एक कब्जा ऐसा भी तोड़ा गया, जो वर्षों से बेधड़क संचालित किया जा रहा था। इसके तहत सालों से अवैध रूप से रईस खान द्वारा बनाए गए पोल्ट्री फार्म को भी तोड़ दिया गया। इस कार्रवाई से एक ओर विभागीय जमीनों को खाली कर उद्यान व अन्य जन उपयोगी कार्यों के लिए खाली जगह की उपलब्धता होगी, अवैध कब्जाधारियों के दुस्साहस पर भी अंकुश लगने की उम्मीद है।