कटघोरा गोली कांड: कोर्ट मैरिज से पहले तौसीफ के घर पर फायरिंग.सुरक्षा की मांग, तीन गिरफ्तार

कोरबा। तौसीफ मेमन ने बताया कि उनके प्रेम संबंध और शादी को लेकर चल रहे मामले में वे पहले हाईकोर्ट गए थे। कोर्ट ने उन्हें स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत विवाह करने की सलाह दी थी। इसके बाद उन्होंने अपर कलेक्टर कार्यालय में शादी के लिए आवेदन दिया, लेकिन 18 सितंबर को आवेदन खारिज कर दिया गया।
तौसीफ ने कहा, “हम आज जिला अदालत में दोबारा आवेदन देने जा रहे थे, लेकिन उससे पहले ही हमारे घर पर फायरिंग हो गई।” उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें पहले से ही फोन और व्हाट्सऐप के जरिए धमकियां मिल रही थीं। धमकी देने वाला खुद को विश्व हिंदू परिषद से जुड़ा बता रहा था। तौसीफ ने अपने और परिवार की सुरक्षा की मांग की है।
तौसीफ के चाचा सिकंदर मेमन ने आरोप लगाया कि कोर्ट मैरिज की प्रक्रिया रोकने के लिए ही यह हमला करवाया गया है।
क्या है पूरा मामला
कटघोरा निवासी कॉलेज छात्रा 21 अप्रैल 2025 को घर से कॉलेज जाने निकली थी, जिसके बाद वह लापता हो गई। तलाश न मिलने पर परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई। जांच में सामने आया कि छात्रा तौसीफ मेमन के साथ कोलकाता गई थी और कथित रूप से मस्जिद में निकाह किया गया।
पुलिस ने दोनों को कोरबा लाकर पूछताछ की। इसके बाद युवती को पहले तौसीफ के घर भेजा गया, लेकिन हिंदू संगठनों के दबाव पर उसे सखी सेंटर में रखा गया।
तौसीफ ने खुद को युवती का पति बताते हुए हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की थी। हाईकोर्ट ने 15 मई को याचिकाकर्ता को एक लाख रुपए जमा करने के निर्देश दिए थे। रकम जमा होने के बाद सुनवाई में युवती और उसके माता-पिता भी मौजूद थे। मध्यस्थता केंद्र की रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट ने कहा कि यह शादी वैध नहीं है और याचिका खारिज करते हुए युवती को सखी सेंटर में रखने के आदेश दिए।
परिवार का आरोप: नाम और पहचान छिपाकर विवाह
युवती के परिजनों के वकील ने आरोप लगाया कि तौसीफ ने अपनी पहचान छिपाकर शादी की और युवती को बहला-फुसलाकर ले गया। मामले में लव जिहाद का आरोप भी लगाया गया। कोर्ट ने सुनवाई के बाद युवती को फिलहाल सखी सेंटर में ही रखने का आदेश दिया है।