Vote Theft Allegations : वोट चोरी का आरोप लोकतंत्र का अपमान…! डिप्टी सीएम अरुण साव का कांग्रेस पर वार…यहां सुनिए VIDEO
भाजपा पर डिफेंसिव के बजाय आक्रामक रुख अपनाने का आरोप

रायपुर, 27 अगस्त। Vote Theft Allegations : छत्तीसगढ़ की सियासत एक बार फिर वोटिंग प्रक्रिया पर बयानबाज़ी को लेकर गरमा गई है। कांग्रेस द्वारा वोट चोरी के आरोप लगाने के बाद राज्य के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कड़ा पलटवार किया है। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को न केवल तथ्यहीन बताया, बल्कि इसे जनता और लोकतंत्र का सीधा अपमान करार दिया।
अरुण साव के बयान की मुख्य बातें
डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि, वोट चोरी की बात करना लोकतंत्र का अपमान है, जनता का अपमान है। जो पार्टी चुनावों में मतपेटियों को लूटने के लिए जानी जाती रही है, वो आज हमें क्या सिखा रही है? कांग्रेस अब अपनी चुनावी हार का ठीकरा जनता के वोट पर फोड़ रही है। सच तो ये है कि जनता ने कांग्रेस को नकार दिया है और अब वो बेबुनियाद आरोप लगाकर ध्यान भटकाना चाहती है।
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में एक बयान में यह आरोप लगाया था कि भाजपा ने वोटिंग प्रक्रिया में अनियमितता कर के जनता के मतों में हेराफेरी की है। इसके बाद राज्य की राजनीति में एक बार फिर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
अरुण साव का यह बयान साफ संकेत देता है कि भाजपा अब विपक्ष के आरोपों को सीधे चुनौती देने की रणनीति अपना रही है। दूसरी ओर कांग्रेस का यह प्रयास है कि वह भ्रष्टाचार, कानून-व्यवस्था और मतदाताओं के अधिकार जैसे मुद्दों को उठाकर अपनी राजनीतिक धार तेज कर सके।
ईवीएम और प्रशासनिक पक्षपात पर सवाल
राज्य की हालिया घटनाओं और राजनीतिक घटनाक्रमों को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि दोनों ही दल जनता की नाराजगी और सहानुभूति को हथियार बनाना चाह रहे हैं। जहां कांग्रेस ईवीएम और प्रशासनिक पक्षपात पर सवाल उठा रही है, वहीं भाजपा जनता के जनादेश को अपमानित करने के आरोप कांग्रेस पर मढ़ रही है।
छत्तीसगढ़ में चुनावी राजनीति अभी थमी नहीं है। सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा डिफेंसिव के बजाय आक्रामक रुख अपना रही है, और कांग्रेस भी अपने तेवर नरम करने को तैयार नहीं दिख रही। अरुण साव का यह बयान चुनावी रणनीति का हिस्सा है या भविष्य की टकराव की भूमिका? यह आने वाले सत्रों और सड़क की राजनीति में साफ हो जाएगा।