कोरबा, 13 जुलाई। Ahilyabai Holkar Convention Hall : जिले में 17 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन अहिल्याबाई होलकर कन्वेंशन हॉल का छज्जा गुरुवार रात भरभराकर गिर पड़ा, जिससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता और पारदर्शिता पर गहरे सवाल उठ खड़े हुए हैं। यह प्रोजेक्ट जिला खनिज न्यास फाउंडेशन (DMFT) के तहत तैयार किया जा रहा है और इसे एक अत्याधुनिक सभा स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा था।
हादसे ने खोली निर्माण कार्य की पोल
स्थानीय लोगों के अनुसार, हादसा रात के समय हुआ जिससे कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन घटना की भयावहता से यह स्पष्ट हो गया कि निर्माण कार्य में लापरवाही और संभावित भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें हैं। मौके पर मलबा और टूटी बीमें देख स्थानीय प्रशासन और तकनीकी टीमों ने तत्काल निरीक्षण शुरू किया।
ननकी राम कंवर ने साधा निशाना
पूर्व गृह मंत्री और वरिष्ठ आदिवासी भाजपा नेता ननकी राम कंवर ने इस हादसे को सीधे-सीधे भ्रष्टाचार का नतीजा बताया। उन्होंने कहा, “यह हादसा स्पष्ट रूप से निर्माण कार्य की बेहद निम्न गुणवत्ता और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को दर्शाता है। यह बेहद राहत की बात है कि यह घटना लोकार्पण के दिन नहीं हुई, वरना जनहानि हो सकती थी।” उन्होंने मामले की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषियों को बेनकाब और दंडित करने की बात कही।
जांच के आदेश
कोरबा कलेक्टर अजित बसंत ने हादसे की तत्काल जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। DMFT के तहत संचालित इस परियोजना की तकनीकी ऑडिट और संविदाकार की पृष्ठभूमि खंगालने की तैयारी शुरू हो गई है।
इस हादसे ने एक बार फिर सरकारी निर्माण परियोजनाओं में पारदर्शिता, जवाबदेही और निर्माण गुणवत्ता की कमी को उजागर कर दिया है। यह घटना सार्वजनिक धन के दुरुपयोग और लापरवाह प्रशासनिक निगरानी का जीता-जागता उदाहरण बन चुकी है।
राजनीतिक गलियारों में हलचल
इस घटना को लेकर सामान्य नागरिकों और स्थानीय संगठनों (Ahilyabai Holkar Convention Hal) में रोष है। सोशल मीडिया और राजनीतिक मंचों पर बड़ी कार्रवाई की मांग तेज़ हो गई है। अब नजरें प्रशासन पर टिकी हैं कि क्या दोषियों पर सख्त कार्रवाई होती है या मामला भी बाकी घोटालों की तरह दबा दिया जाएगा।