
Raipur City News: रायपुर। राजधानी रायपुर में यातायात की बढ़ती अव्यवस्था से निपटने के लिए शहर पुलिस ने 25 ट्रैफिक वार्डनों की तैनाती की है। यह पहल जिला प्रशासन, नगर निगम और यातायात पुलिस के संयुक्त प्रयास से शुरू की गई है। इन वार्डनों को अस्थायी तौर पर कलेक्टर दर पर नियुक्त किया गया है। हालाँकि, इन्हें किसी भी प्रकार के कानूनी अधिकार नहीं दिए गए हैं।
0.जाम से राहत के लिए नई पहल
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह ने बताया कि रायपुर में लगातार बढ़ते वाहनों की संख्या के चलते चौक-चौराहों पर ट्रैफिक दबाव काफी बढ़ गया है। खासतौर पर बाजार और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सड़क किनारे अवैध पार्किंग से हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। ऐसे में यातायात पुलिस बल की कमी महसूस की जा रही थी, जिसे पूरा करने के लिए यह पहल की गई है।
0.प्रशिक्षण के बाद होगी तैनाती, वार्डनों को नहीं होंगे कानूनी अधिकार
इन ट्रैफिक वार्डनों को यातायात प्रबंधन से संबंधित आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद इन्हें शहर के व्यस्ततम और जाम प्रभावित इलाकों में तैनात किया जाएगा। वार्डन केवल ट्रैफिक को सुचारु रूप से संचालित करने में पुलिस की सहायता करेंगे, लेकिन किसी भी उल्लंघन पर कार्रवाई करने का अधिकार उनके पास नहीं होगा।
0.एक माह में होगी समीक्षा
रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह और नगर निगम आयुक्त विश्वदीप ने जानकारी दी कि यह नियुक्ति अभी अस्थायी है। एक माह बाद इन वार्डनों के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी। यदि परिणाम सकारात्मक रहे, तो इसे और विस्तार दिया जा सकता है। अधिकारियों ने कहा कि “जैसे जनता ने अतिक्रमण हटाने वाली प्रहरी टीम के कार्यों की सराहना की थी, वैसे ही ट्रैफिक वार्डनों से भी सकारात्मक बदलाव की उम्मीद है।
0.छत्तीसगढ़ में गुजरात मॉडल की शुरुआत
पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने बताया कि भारत में सबसे पहले गुजरात ने ट्रैफिक वार्डनों को पुलिस व्यवस्था में शामिल किया था। अब छत्तीसगढ़ में रायपुर से इस मॉडल की शुरुआत की जा रही है। यदि रायपुर में इसके अच्छे नतीजे आते हैं, तो अन्य जिलों में भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी।अ इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, यातायात डीएसपी गुरजीत सिंह, संतोष ठाकुर सहित पुलिस, प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे।