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दाहोद। Dahod factory: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दाहोद फैक्ट्री का निरीक्षण किया। बता दें कि दाहोद फैक्ट्री में देश का सबसे शक्तिशाली रेल इंजन तैयार हो गया है। उम्मीद है कि अगले एक महीने में यह इंजन पटरी पर दौड़ना शुरू हो जाएगा।
Dahod factory: बता दें कि यह कारखाना ‘ये मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत लगाया गया है। इस कारखाने का शिलान्यास साल 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। करीब तीन साल में ही इसने देश का सबसे शक्तिशाली रेल इंजन बनाकर पटरी पर उतार दिया है।
Dahod factory: 4500 टन कार्गो ढुलाई क्षमता
9000 हॉर्स पावर की क्षमता वाला यह इंजन 4500 टन कार्गो वाली मालगाड़ी को हाई स्पीड में दौड़ाएगा। आमतौर पर नॉर्मल ट्रक में 7 से 10 टन माल आता है। इस तरह इस इंजन वाले माल गाड़ी में करीब 500 टन माल लादा जा सकता है।
Dahod factory: 2022 में हुआ था हाई स्पीड लोकोमोटिव फैक्ट्री का शिलान्यास
प्रधानमंत्री ने 2022 में इस हाई स्पीड लोकोमोटिव फैक्ट्री का शिलान्यास किया था। भारतीय रेलवे अपने रेल विद्युतीकरण पहल के तहत अपने इलेक्ट्रिक इंजनों को 6000 हॉर्स पावर से 9000 एचपी तक अपग्रेड कर रही है। इंजीनियरिंग कंपनी सीमेंस गुजरात के दाहोद में 20,000 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की 9000 एचपी (हॉर्स पावर) के 1,200 इलेक्ट्रिक इंजन बनाएगी।
Dahod factory: माल ढुलाई के लिए किया जाएगा इस्तेमाल
इन इंजनों का इस्तेमाल माल ढुलाई के लिए किया जाएगा। इन इंजनों से ट्रेनों की रफ्तार 20-25 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़ाकर 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे तक की जाएगी। इन इंजनों का इस्तेमाल पश्चिमी डीएफसी और रेलवे के श्रेणीबद्ध खंडों पर किया जाएगा। इन इंजनों का इस्तेमाल निर्यात बाजार के लिए भी किया जाएगा।