रायपुर। संगठन और सत्ता के पुलिस अफसरों के तबादले को लेकर तकरार बढ़ गई है। एक पूर्व सरकार के खास रहे अफसरो को मैदानी एरिया में पोस्टिंग दिलाने का प्रयास कर रहे तो दूसरा पक्ष नो बकवास कहते हुए तबादला कांकेर तक करने की बात कह रहे है।
बताते चले कि प्रदेश में होने वाले चुनाव को लेकर सरकार तैयारी कर रही है। इस कड़ी में कुछ दिनों से ट्रांसफर और संशोधन कराने का दौर शुरू हो गया है। तबादले के दौर को आगे बढ़ाते हुए पुलिस अफसरों के ट्रांसफर की सुगबुगाहट है। सूत्रधार की माने तो इस फेरबदल में करीब 30 राज्य पुलिस सेवा के अफसरों के नाम शामिल हैं। इसमें ASP ,DSP प्रमुख हैं।
सूत्र बताते है कि कई अफसरों को संवेदनशील और महत्वपूर्ण जिलों में तैनात करने की संगठन की सिफारिश है। इन अफसरों का कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में करीबी रिश्ता था। जिसके कारण उन्हें हाशिए में धकेल दिया गया था। इन्हें सरगुजा,बस्तर भेजा गया था और अब उन्हें जो बीत गई सो बात गई कि पंच लाइन सुनाते हुए मैदानी जिले तैनात करने का खाखा तैयार किया गया है।
राजधानी से मिले इनपुट की माने तो एक विशेष समुदाय को सरकार टारगेट करते हुए जंगल मे पोस्टिंग टुकड़ो में कर रही है और बीहड़ क्षेत्र में पदस्थ कुछ मीठा बोल बड़ा अनमोल वाले थानेदारो को फिर शहरी थानों में पदस्थ करने की स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी है। अब देखना होगा कि होने वाले तबादले में सरकार की सुनी जाती है या संगठन की।