कोरबा। अमृता ज्वेलर्स के संचालक गोपाल राय सोनी के हत्या के साजिश उनके ड्राइवर ने ही रची थी। वारदात में 2 हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। जबकि मुख्य आरोपी अभी भी फरार है।
बता दें कि पिछले रविवार रात को हुई हत्या के मामले में पुलिस ने ड्राइवर सहित दो लोगो को गिरफ्तार किया गया है। हत्या कांड का खुलासा करते हुए बिलासपुर आईजी डॉ संजीव शुक्ला ने कहा कि वारदात की जांच CCTV फुटेज से आगे बढ़ा तो दो संदिग्ध दिखे जो शाम 7:36 बजे पैदल दीवार फांदकर अंदर घुसे और फिर निकले नहीं। बाद में 10:59 बजे घर से कार में निकलते दिखे लोगों का हुलिया इनसे मिला। कार की तलाश के दौरान परसाभाठा बालको मार्ग में गाड़ी दिखी जो रिस्दा बस्ती से बरामद हुई। फिर इस रास्ते 360 cctv फुटेज को बारीकी से खंगालकर गाड़ी के रूट का पता लगाया। 10:01 से 10:22 बजे के बीच में उक्त कार के आने का रूट पता चला। इस बीच यह भी पता चला कि गाड़ी की पार्किंग तक खून की बून्द दिखी जिससे आरोपी के घायल होने का पता चला। मैनुवल पड़ताल में मोहन मिंज के चोटिल होने का पता चला। उसे हिरासत में लेने पर खुलासा हुआ।
ये था मामला
घटना को रात 9:40 बजे से 9:59 बजे के मध्य 19 मिनट के भीतर अंजाम दिया गया और उन्हीं की क्रेटा कार क्रमांक जेएच 01 सीसी 4455 को लेकर फरार हो गए। साथ ही घर से सूटकेस, श्री सोनी का मोबाइल भी ले गए।
इस सनसनीखेज हत्याकांड को किसी और ने नहीं बल्कि नए एवं पुराने ड्राइवर ने एक अन्य साथी के साथ मिलकर अंजाम दिया था। जिस मालिक ने पेट भरने का साधन और रोजगार दिया उसे ही मरते वक्त इनके हाथ नहीं कांपे। मालिक के भरोसे और विश्वास का कत्ल कर देने के बाद वर्तमान चालक आकाश पूरे समय लोगों के साथ घुलता-मिलता रहा। अंत्येष्टि से लेकर अन्य कार्यों में भी वह शामिल होता रहा।
खंडहर में पहले से छुपे थे हत्यारे
वारदात की रात घर के पास खंडहर नुमा मकान में पहले से छिपे थे। जैसे ही गोपाल राय को चालक ने घर मे छोड़ा और नचिकेता दुकान गया तो तीनों घर मे दीवार फांदकर घुसे। उस समय गोपाल राय पत्नी के कमरे में थे कि आरोपी अलग-अलग छिप गए। एक आरोपी सूरज घर के परिसर में मंदिर में छिप गया था जहां पहुंचे गोपाल राय ने सूरज को देख लिया। इसके बाद सूरज की पहचान हो जाने से उसने आकाश को बताया व तीनों ने मिलकर धारदार हथियार से गोपाल राय की हत्या कर दी। सूटकेश में दुकान की चाबी है,इसलिए लेकर भाग निकले। सूटकेश व हथियार को रास्ते मे नदी में फेंक दिया। गोपाल राय व उनकी पत्नी का मोबाइल बरामद हुआ है।
ऐसे रची थी साजिश
घटना की प्लानिंग 25 दिसम्बर को की गई थी। सूरज व आकाश दोनों भाई ने मिलकर योजना बनाई व मोहन मिंज आदतन बदमाश को शामिल किया। इनको पता था कि पुत्र नचिकेता वर्क फ्रॉम होम रहता था लेकिन रविवार को शाम को दुकान जाता है। चालक सूरज गोस्वामी पूर्व् चालक था और आकाश गोस्वामी वर्तमान चालक था। सूरज कर्ज में था। सूरज को पता था कि ज्वेलरी लेकर आते हैं। दुकान में चोरी की प्लानिंग थी, दुकान की चाबी सूटकेश में रहती थी।
2 गिरफ्तार एक फरार
पुलिस ने वारदात में शामिल तीन में से दो आरोपियों
आकाश गोस्वामी व मोहन मिंज को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुराना ड्राइवर सूरज गोस्वामी (आकाश का बड़ा भाई) फरार है जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।