
कोरबा। एशिया की सबसे बड़े कोयला खदान कहे जाने वाले कोरबा क्षेत्र से लोहे का स्क्रैप चोरी कर कबाड़ी को बेचने वाले के 6 कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। एसईसीएल कर्मचारियों के निलंबन के बाद आरोपितो पर एफआईआर की तलवार लटक रही है।
बता दें कि साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के सतर्कता विभाग ने कंपनी की संपत्ति की चोरी से जुड़ी एक गंभीर अनियमितता का खुलासा करते हुए त्वरित और कठोर कार्रवाई की है। सतर्कता विभाग को प्राप्त सूत्रों की जानकारी के आधार पर की गई जांच में कोरबा क्षेत्र की राजगमार एवं ढेलवाड़ीह खदानों से जुड़े कुछ कर्मियों द्वारा कंपनी के स्टोर से सामान इशू करवाने के पश्चात लोहे व स्क्रैप को कबाड़ी दुकानों पर बेचे जाने की पुष्टि हुई।
सतर्कता टीम ने संबंधित वाहनों की संख्या व गतिविधियों की सूक्ष्म जांच करते हुए दोषी कर्मचारियों की पहचान की। इस गंभीर प्रकरण को दृष्टिगत रखते हुए कोरबा क्षेत्रीय प्रबंधन ने त्वरित निर्णय लेते हुए दोषी पाए गए छह कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
शून्य सहनशीलता की नीति
एसईसीएल प्रबंधन ने एक बार पुनः यह स्पष्ट किया है कि वह कंपनी की संपत्ति की सुरक्षा, पारदर्शिता एवं नैतिक संचालन के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है। इस प्रकार की किसी भी अनियमितता या भ्रष्टाचार के प्रति “शून्य सहनशीलता (Zero Tolerance)” की नीति अपनाई गई है। भविष्य में भी ऐसे मामलों में सख्त और निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
पूर्ववर्ती कार्रवाइयाँ भी रहीं प्रभावशाली
उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी एसईसीएल के कॉलोनी क्षेत्रों में अवैध बिजली कनेक्शनों के विरुद्ध सतर्कता विभाग ने सक्रियता से कार्रवाई की थी। इसके साथ ही, प्रोजेक्ट को डिजीकोल के तहत आधुनिक सेंसर तकनीक के माध्यम से डीजल चोरी जैसी गतिविधियों पर अंकुश लगाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण पहल की गई है।