
रायगढ़ । रायगढ़ जिले में फ्लाई एश को लेकर पहले ही परेशानी बढ़ी हुई है। ओडिशा की एनटीपीसी दर्लीपाली अब इसे बढ़ा रही है। सुंदरगढ़ प्लांट से फ्लाई एश रायगढ़, तमनार, घरघोड़ा होकर पत्थलगांव भेजा जा रहा है। पूरे रोड पर एश गिर रहा है क्योंकि ट्रकों में तिरपाल ठीक से नहीं बांधा जाता। छग में सभी ताप विद्युत संयंत्रों को उत्सर्जित फ्लाई एश के यूटीलाइजेशन के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। एसओपी बनाकर लागू किया गया है ताकि कोई भी कंपनी बिना अनुमति डंप न कर सके। छग पर्यावरण संरक्षण मंडल ने प्रदेश के अंदर फ्लाई एश परिवहन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तय की है। छग में सभी प्लांट को इसका पालन करना अनिवार्य है, लेकिन ओडिशा के एनटीपीसी दर्लीपाली प्लांट को इससे कोई सरोकार नहीं है।
प्लांट से फ्लाई एश लोड कर ट्रकों को पत्थलगांव-उरगा एनएच में पाटने के लिए भेजा जा रहा है। सारे ट्रक रायगढ़, तमनार, घरघोड़ा, धरमजयगढ़ होकर साइट तक पहुंच रहे हैं, लेकिन किसी भी ट्रक में ठीक से तिरपाल नहीं लगाया जाता है। लोड फ्लाई एश की ऊंचाई ट्रक के डाला से भी ऊपर तक रहती है। इस वजह से पूरे रास्ते फ्लाई एश गिरता जाता है। इस वजह से प्रदूषण बढ़ रहा है। इस पर पर्यावरण विभाग ने सुंदरगढ़ के रीजनल ऑफिसर पर्यावरण को पत्र लिखा था। कोई सुधार नहीं होने पर दोबारा पत्र लिखा गया है।
यह कमियां पाई गई ट्रकों में
एनटीपीसी दर्लीपाली प्लांट से आ रहे ट्रकों में बेड फ्लोर डैमेज होता है, जिससे गीला एश लीक होता है। एनएच 49 में प्रदूषण फैल रहा है। बिना वजन की गाडिय़ां सीधे भेज दी जाती हैं। तारपोलिन ठीक से कवर नहीं होता। आरओ पर्यावरण रायगढ़ ने इस पर तुरंत रोक लगाते हुए एसओपी के हिसाब से ट्रकों को भेजने का निर्देश दिया है। ऐसा नहीं करने पर ट्रकों को जब्त करने की कार्रवाई की जा सकती है।
ओडिशा में कोई नियम ही नहीं
ओडिशा पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने फ्लाई एश परिवहन के लिए एसओपी ही नहीं बनाई है। झारसुगुड़ा और सुंदरगढ़ जिले में रोड किनारे अवैध डंपिंग सामान्य बात है। वहां एनएच किनारे प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है। यहां भी उरगा से पत्थलगांव तक रोड निर्माण में इसे डाला जा रहा है। एनटीपीसी दर्लीपाली के ट्रक छग की मानक संचालन प्रक्रिया का उल्लंघन कर रहे हैं।