कोरबा। पेट्रोल-डीजल अत्यावश्यक वस्तु में गिना जाता है, जिसकी उपलब्धता को लेकर उस वक्त देशभर में त्राही-त्राही सी मच गई, जब ड्राइवरों ने देशव्यापी हड़ताल का आगाज कर दिया। ऐसी आपात घड़ी में भी सूझ-बूझ और अद्वितीय कार्यकुशलता का परिचय देते हुए कोरबा के पुलिस कप्तान जितेंद्र शुक्ला ने पुलिस का पेट्रोल कॉरिडोर बनाया। उनकी इस पहल से न केवल पहली बार पुलिस सुरक्षा में पेट्रोल की आपूर्ति बहाल हो सकी, टैंकरों के इंतजार में ड्राय बन चुके जिलों में ईंधन पहुंचाया जा सका। एसपी श्री शुक्ला के इस इनीशिएटिव जुगत से आम आदमी के लिए पेट्रोल सुलभ कराया जा सका और उनकी इस पहल का अब देशभर की आईपीएस बिरादरी में प्रशंसा हो रही है।
टैंकर चालको को समझाइश देते हुए आईपीएस जितेंद्र शुक्ला
साल 2023 की विदाई की घड़ी में आखिरी दिन यानि 31 दिसंबर को हड़ताल की चेतावनी के बाद नार्थ छत्तीसगढ़ के लिए ईधन कॉरिडोर बनाया। कोरबा पुलिस कप्तान जितेंद्र शुक्ला की अगुआई और मार्गदर्शन में एक वाट्सअप ग्रुप बनाया गया, जिसमें पेट्रोल और रसोई गैस सरगुजा और बिलासपुर क्संभाग में निर्बाध आपूर्ति के लिए सुगम समन्वयन का सेतु निर्मित किया जा सका। इसमें आईओसीएल गोपालपुर से लेकर नार्थ छत्तीसगढ़ के पुलिस अफसर भी जुड़ गए। वाट्सअप ग्रुप के माध्यम से इंधन की गाड़ियों को पुलिस प्रोटेक्शन देकर लोगों को पेट्रोल सुलभता से उपलब्ध कराया जा सका।
पुलिस के सुरक्षा में आईओसीएल से निकला पेट्रोल
कोरबा एसपी की इस पहल की प्रशंसा देशभर की आईपीएस बिरादरी और जनमानस में की जा रही है। हड़ताल की चेतावनी से अभी भी कई शहरों में ईंधन की आपूर्ति नहीं सुधर सका है, पर छत्तीसगढ़ में कोरबा समेत अनेक शहरों में ड्राय जोन की समस्या को समय रहते पहल कर दूर करने में बड़ी सफलता मिल सकी, तो इसके पीछे एसपी जितेंद्र शुक्ला की इस जुगत का अहम योगदान रहा।