महादेव के प्राकृतिक दर्शन केंद्र के रूप में प्रसिद्ध सतरेंगा कोरबा की नई पहचान है। शिवलिंग के आकार के पहाड़, वॉटर स्पोर्ट्स, रिसॉर्ट्स और 1400 साल पुराना महासाल वृक्ष यहां के मुख्य आकर्षण हैं।
मॉरीशस जैसा एहसास दिलाने वाला यह इको टूरिज्म सेंटर नौका विहार, ग्लास हाउस और लेक हाउस के लिए जाना जाता है। अंबिकापुर रोड पर स्थित यह जगह आपके ट्रिप को खास बनाएगी।
3060 फीट ऊंचाई पर स्थित यह किला छत्तीसगढ़ का कश्मीर कहलाता है। 11वीं शताब्दी में बने इस ऐतिहासिक किले से कश्मीर जैसी प्राकृतिक सुंदरता का नजारा मिलता है।
75 फीट की ऊंचाई से गिरता यह जलप्रपात छत्तीसगढ़ की "कपिलधारा" के रूप में प्रसिद्ध है। यह पिकनिक और प्राकृतिक सुंदरता का मजा लेने के लिए बेहतरीन जगह है।
यह जगह कैंपिंग, ट्रैकिंग और फिशिंग के लिए परफेक्ट है। डूबते और उगते सूरज की रोशनी इस जगह को सोने की चमक से भर देती है।
यह जगह कैंपिंग, ट्रैकिंग और फिशिंग के लिए परफेक्ट है। डूबते और उगते सूरज की रोशनी इस जगह को सोने की चमक से भर देती है।
जंगल के बीच स्थित इस हिडन वाटरफॉल तक पहुंचने के लिए 3 किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ता है। यहां का नजारा और शांत वातावरण आपको मंत्रमुग्ध कर देगा।
चोरनई नदी से बना यह जलप्रपात "गोविंद झूला" के नाम से भी जाना जाता है। यह जगह ट्रैकिंग और कैंपिंग के शौकीनों के लिए खास है।