अक्सर देखा चाहता है कि लोग खुद से ही बातें करते हैं जिसमें वह खुद को क्रिटिसाइज करते हैं, अपने लिए नेगेटिव जजमेंट देते हैं और हर चीज के लिए खुद को जिम्मेदार मानते हैं। ऐसे में यह आपके सेल्फ एस्टीम को प्रभावित कर सकता है।
जी हां, जब आप परफेक्शन की तरफ भागते हैं और हर चीज परफेक्ट तरीके से करना चाहते हैं, तो जब कभी कोई चीज सही नहीं होती तो इससे आपके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती है।
खुद की तुलना हमेशा किसी दूसरे से करना आपके सेल्फ एस्टीम को कम कर सकता है। याद रखें कि सबके पास अपनी कुछ यूनिक क्वालिटी होती है, जो आपको दूसरों से अलग बनाती है।
अक्सर देखा जाता है कि जिन लोगों का बॉडी स्ट्रक्चर ठीक नहीं होता जो ज्यादा दुबले होते हैं या मोटे होते हैं या खुद को दूसरों से कम सुंदर समझते है वह अपनी बॉडी से ही नफरत करने लगते हैं और इससे उनका सेल्फ कॉन्फिडेंस कम होता है।
नए चैलेंज या एक्सपीरियंस को डर के कारण एक्सेप्ट ना करना आपकी ग्रोथ को रोक सकता है और इससे आपके अंदर यह फीलिंग डेवलप होती है कि हम यह काम नहीं कर सकते हैं।
क्या आप भी उन लोगों में से हैं जो शीशे के सामने खड़े होकर हर चीज के लिए खुद को जिम्मेदार मानते हैं और माफी मांगते हैं, तो ऐसा करना बंद कर दे क्योंकि यह आपकी सेल्फ एस्टीम को ठेस पहुंचा सकता है।
सेल्फ केयर बहुत ज्यादा जरूरी है यह हमारे शरीर से हमारा एक अच्छा बॉन्ड भी बनाती है और हम खुद से प्यार करने लगते हैं, इसलिए एक्सरसाइज करें, हेल्दी ईटिंग, ठीक तरीके से सोना और रिलैक्सेशन बहुत ज्यादा जरूरी है।