चापलूसों की पहचान: ये 5 आदतें करेंगी सच उजागर

जरूरत से ज्यादा तारीफ

हर बात पर अतिशयोक्ति करते हैं, चाहे बात सही हो या गलत।

सच्चाई से बचाव

वे वही कहते हैं जो दूसरों को सुनने में अच्छा लगे, सच्चाई से कतराते हैं।

हर किसी से सहमति

अपनी राय बार-बार बदलकर सहमत दिखने की कोशिश करते हैं।

स्वार्थी मकसद

मदद के पीछे छिपा होता है केवल अपना फायदा।

दूसरों को नीचा दिखाना

झूठी प्रशंसा के जरिए दूसरों की छवि खराब करने का प्रयास।