राजिम कुंभ कल्प मेला 2025 का भव्य शुभारंभ, श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में लगाई आस्था की डुबकी

माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर 12 फरवरी 2025 को राजिम के त्रिवेणी संगम में श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। इसी के साथ राजिम कुंभ कल्प मेला 2025 का शुभारंभ हो गया।

सुबह तड़के से ही श्रद्धालुओं ने पैरी, सोढूर और महानदी के संगम में डुबकी लगाई। इसके बाद उन्होंने राजीव लोचन मंदिर और कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।

त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान

संगम तट पर श्रद्धालुओं ने रेत में शिवलिंग बनाकर जलाभिषेक किया। नारियल, बेलपत्र और धतूरा चढ़ाकर दीपदान किया। पुन्नी स्नान और दीपदान का विशेष धार्मिक महत्व माना जाता है।

शिवलिंग पूजन और दीपदान

माघ पूर्णिमा के दिन भगवान राजीव लोचन का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। मंदिर में विशेष पूजा के बाद कलश पर लाल ध्वज चढ़ाया गया। मंदिर परिसर को रोशनी और झालरों से सजाया गया।

भगवान राजीव लोचन का जन्मोत्सव

12 फरवरी - माघ पूर्णिमा, 21 फरवरी - जानकी जयंती, 26 फरवरी - महाशिवरात्रि  संत समागम और आध्यात्मिक आयोजन।

तीन प्रमुख स्नान पर्व

मेला प्रशासन ने पेयजल, ठहरने, शौचालय, पार्किंग और सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की है। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा गया है।

श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं

26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन मेले का समापन होगा। इस वर्ष मेला “पंचकोशी धाम” की थीम पर आधारित है, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिकता और संस्कृति से जोड़ने का अद्भुत अवसर प्रदान करेगा।

26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर समापन