24 दिसंबर की आधी रात के बाद से ही दुनिया भर में क्रिसमस का जश्न शुरू हो गया। चाहे भारत हो, अमेरिका, यूरोप, या मध्य पूर्व, हर जगह अलग-अलग अंदाज में क्रिसमस मनाया जा रहा है।
गोवा, महाराष्ट्र और तमिलनाडु समेत कई राज्यों में विशेष प्रार्थनाओं का आयोजन किया गया। भक्तों ने मोमबत्तियां जलाकर यीशु को याद किया।
ओडिशा के पुरी तट पर सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने चॉकलेट और रेत से सैंटा क्लॉज की कलाकृति उकेरी। 100 फीट लंबे और करीब 80 फीट चौड़ी इस कलाकृति को बनाने में 6 घंटे का समय लगा।
गोवा के पनाजी में अवर लेडी ऑफ इमेक्युलेट कॉन्सेप्शन चर्च आकर्षण का केंद्र रहा। हिमाचल प्रदेश में शिमला का क्राइस्ट चर्च रोशनी और सजावट से सजा हुआ था।
गाजा-इजराइल संघर्ष के बीच इस बार बेथलहम का क्रिसमस साधारण रहा। यीशु के जन्मस्थल चर्च ऑफ द नेटिविटी में इस बार कोई खास सजावट नहीं हुई। स्काउट्स ने पारंपरिक जुलूस निकाला। जुलूस में "हम जीवन चाहते हैं, मृत्यु नहीं" जैसे संदेश लिखे बैनर शामिल थे।
कोलकाता में ममता बनर्जी ने मोस्ट होली रोजरी कैथेड्रल में सामूहिक प्रार्थना में भाग लिया। पुरी के बीच पर सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने चॉकलेट और रेत से सांताक्लॉज बनाए।
उड़ीसा के कटक में अवर लेडी ऑफ मोस्ट होली रोजरी कैथेड्रल चर्च को शानदार तरीके से सजाया गया। भारी संख्या में लोग इस मौके पर चर्च पहुंचे और रात के बारह बजते ही प्रार्थना में शामिल हुए।