
वाशिंगटन। US Gold Card Visa Scheme: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘गोल्ड कार्ड’ या ‘गोल्डन वीजा’ योजना को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। इस योजना के तहत 5 मिलियन यूएस डालर (करीब 43 करोड़ रुपये) की कीमत पर स्थायी निवास और वैकल्पिक नागरिकता का ऑफर दिया जा रहा है। ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया है कि यह स्कीम सुपर हिट हो गई है। एक ही दिन में 1000 कार्ड बेचे जा चुके हैं।
US Gold Card Visa Scheme: अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने दावा किया कि उन्होंने इस योजना के तहत सिर्फ एक दिन में 1000 ‘गोल्ड कार्ड’ बेच दिए, जिससे सरकार को $5 बिलियन (लगभग 43000 करोड़ रुपये) की आमदनी हुई। लुटनिक ने यह जानकारी ‘ऑल-इन’ पॉडकास्ट में दी।
US Gold Card Visa Scheme: क्या है ‘गोल्ड कार्ड’
इस योजना के तहत, कोई भी विदेशी व्यक्ति अमेरिका का स्थायी निवासी बन सकता है, लेकिन उसे अमेरिका की ग्लोबल टैक्स प्रणाली में शामिल नहीं होना पड़ेगा। यानी, अमेरिका के बाहर कमाई गई संपत्ति पर टैक्स नहीं लगेगा। हालांकि, अगर कोई व्यक्ति अमेरिका में रहने के दौरान कमाई करता है, तो उसे उस इनकम पर टैक्स देना होगा।
US Gold Card Visa Scheme: एलन मस्क बना रहे सॉफ्टवेयर
लुटनिक ने बताया कि एलन मस्क इस योजना के लिए सॉफ्टवेयर तैयार कर रहे हैं और आधिकारिक रूप से यह स्कीम दो हफ्तों में लॉन्च की जाएगी। उन्होंने कहा, “अभी यह योजना शुरुआती चरण में है, लेकिन कल ही मैंने 1000 ‘गोल्ड कार्ड’ बेच दिए।”
US Gold Card Visa Scheme: क्यों खास है यह योजना
1.स्थायी निवास की गारंटी: गोल्ड कार्ड धारक को अमेरिका में किसी भी समय आने और रहने का अधिकार मिलेगा।
2.नागरिकता वैकल्पिक: अगर कोई व्यक्ति नागरिक बनना चाहे तो बन सकता है, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है।
3.ग्लोबल टैक्स से छूट: कार्डधारक को अमेरिका में अर्जित आय पर ही टैक्स देना होगा, जबकि विदेशों में कमाई गई संपत्ति पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
4.सरकार को भारी राजस्व: ट्रंप प्रशासन का अनुमान है कि दुनियाभर में 37 मिलियन लोग इस कार्ड को खरीदने में सक्षम हैं। ट्रंप को उम्मीद है कि कम से कम 10 लाख ‘गोल्ड कार्ड’ बेचे जा सकते हैं, जिससे अमेरिका के राष्ट्रीय ऋण और वित्तीय घाटे को कम करने में मदद मिलेगी।
US Gold Card Visa Scheme: ट्रंप सरकार ने हटाई लिमिट
डोनाल्ड ट्रंप ने इस योजना की घोषणा करते हुए कहा था कि इस पर कोई वार्षिक सीमा नहीं होगी, यानी जितने लोग चाहें, उतने ‘गोल्ड कार्ड’ खरीद सकते हैं। अगर लुटनिक का दावा सही साबित होता है और प्रतिदिन 1000 कार्ड बिकते हैं, तो यह योजना अमेरिकी अर्थव्यवस्था में एक बड़ा बदलाव ला सकती है।