सूरजपुर, 27 सितंबर। Implementation of PMAY : प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन में घोर लापरवाही बरतना दो पंचायत सचिवों को भारी पड़ गया है। जिला पंचायत सूरजपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विजेन्द्र पाटले ने कल्याणपुर और बेलटिकरी ग्राम पंचायतों के सचिवों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
यह है मामला
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत इन दोनों पंचायतों को कुल 390 आवासों के निर्माण का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन अब तक सिर्फ 98 आवास ही पूरे कराए जा सके हैं। 292 आवासों का कार्य अभी भी अधूरा पड़ा है। इस लापरवाही को शासन की महत्वाकांक्षी योजना में बाधा मानते हुए सीईओ ने यह कड़ा निर्णय लिया। निलंबित अधिकारियों में ग्राम पंचायत कल्याणपुर के सचिव रामकुमार सिंह और ग्राम पंचायत बेलटिकरी के सचिव संतोष विश्वकर्मा बिरुवा शामिल हैं।
जिला पंचायत सीईओ विजेन्द्र पाटले ने स्पष्ट किया कि, सरकारी योजनाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन अधिकारियों-कर्मचारियों की वजह से योजनाएं समय पर पूर्ण नहीं हो रही हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण गरीबों को पक्के मकान उपलब्ध कराने की केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसमें तय समयसीमा में निर्माण पूरा करना बेहद जरूरी होता है। लेकिन पंचायत सचिवों की लापरवाही के कारण न केवल योजना की साख को ठेस पहुंची है, बल्कि लाभार्थियों को भी नुकसान उठाना पड़ा।