Tomar Brothers : सूदखोर तोमर बंधुओं पर कसता जा रहा है शिकंजा…कोर्ट ने जारी किया गिरफ्तारी वारंट
संपत्ति जब्त करने की चेतावनी

रायपुर, 07 जुलाई। Tomar Brothers : रायपुर में कर्ज के नाम पर जबरन वसूली, मारपीट और सूदखोरी के मामलों में कुख्यात हो चुके वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के खिलाफ अब कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। कोर्ट ने दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है और साफ निर्देश दिया है कि अगर दोनों आरोपी 14 दिन के भीतर थाने में हाजिर नहीं हुए, तो उनकी संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी।
पांच मामलों में दर्ज FIR, अब तक फरार
बीते डेढ़ महीने में रायपुर के तेलीबांधा, डीडीनगर और पुरानी बस्ती थानों में दोनों भाइयों पर 5 केस दर्ज किए गए हैं। आरोप हैं कि दोनों ने उच्च ब्याज दर पर कर्ज देकर न केवल आम नागरिकों को लूटा बल्कि मारपीट और धमकियों से उनकी संपत्ति भी हड़पने की कोशिश की। रोहित तोमर के खिलाफ मामला दर्ज होते ही वह और बड़ा भाई वीरेंद्र फरार हो गए। पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी पर इनाम घोषित कर दिया है।
पुलिस ने जब्त की करोड़ों की संपत्ति
अब तक की छापेमारी में पुलिस ने तोमर भाइयों के घर से:
₹37 लाख नकद
₹1 करोड़ से अधिक के गिरवी रखे सोने-चांदी के जेवरात
कोरे स्टांप पेपर
कर्जदारों से साइन कराए प्रॉपर्टी पेपर्स बरामद किए हैं।
साथ ही बैंक खातों को सीज करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
नेपाल भागने की आशंका
पुलिस को आशंका है कि दोनों आरोपी, पहले उत्तर प्रदेश में छिपे थे। अब नेपाल भागने की संभावना जताई गई है। मोबाइल बंद हैं, परिवार से कोई संपर्क नहीं। रिश्तेदारों के मोबाइल सर्विलांस पर, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग नहीं।
मददगार भी आए रडार पर
जांच एजेंसियों ने अब उन लोगों की भी सूची तैयार की है, जो फरार आरोपियों की मदद कर रहे हैं। पुलिस ने साफ कर दिया है कि यदि जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई, तो इन मददगारों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अगला कदम: कुर्की और गिरफ्तारी
कोर्ट की सख्ती और पुलिस की जांच के चलते अब यह मामला अंतिम चरण में है। अगर 14 दिन के भीतर आरोपी थाने में पेश नहीं होते, तो, संपूर्ण बैंकिंग और प्रॉपर्टी रिकॉर्ड जब्त किए जाएंगे। मददगारों को भी आरोपी बनाया जाएगा।