कोरबा। डीएमएफ से समान सप्लाई करने वाले ठेकेदारों में हड़कंप मच गया है। सूत्रों की माने तो पिछले 5 साल में खनिज न्यास मद से सामान सप्लाई करने वाले फर्म और निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों को जीएसटी ने नोटिस जारी कर अब तक का सम्पूर्ण ब्यौरा मांगा है।
बता दें कि पूर्ववर्ती सरकार में हुए डीएमएफ से की गई सभी खरीदी पर ईडी के बाद अब जीएसटी डिपार्टमेंट ने आंखे तरेर दी है। सूत्रों का कहना है कि डीएमएफ से हुई खरीदी की जांच पर जीएसटी ने सभी ठेकेदारों को नोटिस जारी कर सप्लाई से सम्बंधित दस्तावेजों को प्रस्तुत करने को कहा है। जीएसटी की नोटिस जारी होने के बाद कागज में सामग्री सप्लाई करने वाले ठेकेदारों में हड़कंप मच गया है।
20 लाख का हाईमास्ट लाइट
खरीदी की विधि को निधि में बदलते हुए जनपद पंचायत के 16 ग्राम पंचायतों में बीस-बीस लाख की लागत से हाईमास्ट लाइट लगाया गया है। लाइट लगाने वाला ठेकेदार बालोद का बताया जा रहा है। जिसके द्वारा प्रस्तुत बिल में जीएसटी चोरी की आशंका से इनकार नही किया जा सकता ।
मेडिकल खरीदी में जमकर गोलमाल
कोरोना काल मे हुए मेडिकल खरीदी में जमकर गोलमाल हुआ है। खरीदी करने वाले स्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन डीपीएम ने अपना स्थानांतरण करा लिया था। खरीदी का मामला जब शांत हुआ तो फिर पोस्टिंग कराकर गोलमाल शुरू कर दिया है।