न्यूज डेस्क। महिला ट्रेन चालकों ने ड्यूटी के दौरान ‘वॉशरूम ब्रेक’ का अनुरोध करने के लिए वॉकी-टॉकी का उपयोग करने के ‘शर्मनाक और असुरक्षित’ चलन का विरोध किया है. एक महिला लोको पायलट ने कहा कि यदि हमें शौचालय जाने के लिए अनुरोध करना होता है तो हमें पुरुष लोको पायलट को बताना होगा, जो स्टेशन मास्टर को सूचित करता है. फिर स्टेशन मास्टर इसे आगे कंट्रोल रूम को बताता है, जो रेलगाड़ियों के संचालन का प्रबंधन करता है.
उन्होंने कहा , “ये सभी बातचीत रेंज के दर्जनों अन्य अधिकारियों तक भी वॉकी-टॉकी के माध्यम से पहुंचती है. स्टेशन पर हर जगह यह संदेश प्रसारित हो जाता है कि एक महिला लोको पायलट शौचालय जाना चाहती है. महिला चालकों ने कहा कि अनौपचारिक रूप से अपनाई गई यह मौजूदा प्रथा शर्मनाक है और उनकी सुरक्षा से समझौता करने के समान है.”
मालगाड़ी के लोको पालयट को करना पड़ता है ये काम
एक अन्य महिला लोको पायलट ने बताया, “एक बार जब मैं एक मालगाड़ी पर पुरुष चालक के साथ ड्यूटी पर थी तो मुझे इस कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ा. एक यात्री ट्रेन में कोई चालक किसी भी डिब्बे में शौचालय जा सकता है, लेकिन मालगाड़ी के मामले में आपको स्टेशन पर उतरना होगा.”