
कहते हैं पैसा पैसे को खींचता है ” ये बात बिल्कुल सच है.. जिले के सीमावर्ती जिले में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पैसा से पैसे खींच रहे हैं। उनके निर्वाचित होने के बाद पुलिस महकमा चर्चा करते हुए कह रहे ” ये तलवार है दोधारी, एक सटोरिया और दूसरा जुआरी..!
दरअसल राजनीति रंगे हुए सियारों के धंधे के लिए आग में घी का काम कर रही है। राजनेता पॉवर के लिए पैसे का इस्तेमाल करते है और पॉवर मिलने पर धन वर्षा कराते है।
हाल में हुए नगरी निकाय चुनाव में एक ऐसे अध्यक्ष और उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए है जिनके हाथ सट्टा और जुआ से रंगे है। सूत्रधार की माने तो माननीय अध्यक्ष महोदय की पहचान सट्टा किंग के नाम से है और उपाध्यक्ष जुआ फड़ के लिए मशहूर है। हम जिस जिले की बात कर रहे है वो सटोरियों का गढ़ कहा जाता है। कहा भी गया है जिस साम्राज्य का राजा औऱ मंत्री जुआरी हो तो उस राज्य की उन्नति या अवनति की परिकल्पना की जा सकती है। वैसे तो आईपीएल मैच का रोमांच शुरू हो जा रहा है तो सट्टा बाजार में भी जमकर पैसा बरसने की उम्मीद है। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के धंधे को धार देने वाले लक्ष्मीपुत्र कहने लगे है नेता जी ठहरे जुआरी सो दफ्तर में फड़ फड़ाहत की भी होगी तैयारी..