
कोरबा, 30 जुलाई | समग्र शिक्षा विभाग की एक महिला अधिकारी द्वारा जिला मिशन समन्वयक (DMC) मनोज पांडेय पर मानसिक प्रताड़ना की शिकायत पर जिला कलेक्टर अजीत वसंत के निर्देश पर गठित जिला स्तरीय जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है।
जांच में यह पाया गया कि शिकायत में लगाए गए आरोपों के समर्थन में कोई ठोस दस्तावेज़ी या डिजिटल साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए गए। गवाहों ने यह अवश्य स्वीकारा कि कार्यस्थल पर उच्च स्वर में संवाद हुआ, लेकिन प्रताड़ना जैसी कोई स्थिति स्पष्ट नहीं पाई गई।
समिति ने कहा कि “मर्यादा में रहो” जैसे शब्द का प्रयोग आवेदिका को अनुचित लगा, किंतु उसे उत्पीड़न की श्रेणी में प्रमाणित नहीं किया जा सका।
समिति की अनुशंसा:
- भविष्य में भाषा और व्यवहार में संवेदनशीलता और मर्यादा का विशेष ध्यान रखा जाए
- कार्यालयीन वातावरण को सौहार्दपूर्ण बनाए रखने की आवश्यकता पर ज़ोर
- यह मामला कार्यस्थल संवाद की गंभीरता को दर्शाता है और प्रशासनिक पारदर्शिता की दिशा में एक आवश्यक कदम भी माना जा रहा है।