Murder : पुरुषों की शौकीन हत्यारी ‘बहू’ की खौफनाक साजिश…! सास के हाथ-पैर बांध मुंह में कपड़ा ठूंसकर कर दी बेरहमी से हत्या…CCTV से खुला राज
नशीला इंजेक्शन देकर की गई सास की हत्या

झांसी, 04 जुलाई। Murder : उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के टहरौली थाना क्षेत्र अंतर्गत कुम्हारिया गांव में 24 जून को घटित एक दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा पुलिस ने किया है। प्रारंभ में जो मामला संपत्ति विवाद और पारिवारिक झगड़े का लग रहा था, वह बाद में एक साजिशन हत्या निकला, जिसकी मास्टरमाइंड निकली मृतका की छोटी बहू पूजा।
29 वर्षीय पूजा के शांत और भोले चेहरे के पीछे छिपा खूनी दिमाग जब पुलिस के सामने आया, तो सभी हैरान रह गए। पूजा ने अपने तथाकथित पति संतोष और ससुर अजय प्रताप को झांसा देकर ग्वालियर बुलाया, ताकि वारदात के वक्त कोई शक न हो। इसी बीच उसने अपनी बहन कामिनी और कामिनी के प्रेमी अनिल वर्मा को घर बुलाकर हत्या की साजिश को अंजाम देने की योजना बनाई।
नशीला इंजेक्शन देकर हत्या
हत्या से पहले तीनों आरोपियों ने घर में बैठकर चाय पी। इस दौरान मृतका सुशीला देवी को नशीला इंजेक्शन दिया गया, फिर मुंह में कपड़ा ठूंसकर और हाथ-पैर बांधकर उसकी निर्मम हत्या कर दी गई। इसके बाद आरोपी घर से करीब 8 लाख रुपये के गहने और नकदी लेकर फरार हो गए।
पहले मृतका के पति अजय प्रताप ने अपनी बड़ी बहू रागिनी और उसके भाई आकाश पर हत्या का आरोप लगाया था। लेकिन पुलिस ने जब CCTV फुटेज और मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगालीं तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पूछताछ में जब कामिनी को दबोचा गया तो उसने कबूल किया कि हत्या की साजिश पूजा ने रची थी। इसके बाद पूजा को भी गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि अनिल अभी फरार है।
पूजा का आपराधिक इतिहास
पूजा पहले भी अपने पहले पति, जो एक रेलकर्मी था, पर जानलेवा हमला कराने के आरोप में जेल जा चुकी है। जेल से छूटने के बाद उसके संबंध सुशीला के छोटे बेटे कल्याण से बने। कल्याण की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। इसके बाद जब गांव में भोज चल रहा था, तभी वह रोती हुई वहां पहुंची और परिवार ने उसे तरस खाकर घर में जगह दी- जो उनकी सबसे बड़ी भूल साबित हुई।
बाद में पूजा के संबंध अपने जेठ संतोष से बन गए, जिससे एक बच्ची भी हुई। हालांकि पूजा और संतोष ने कभी शादी नहीं की थी। इस रिश्ते को लेकर बड़ी बहू रागिनी और पूजा के बीच लगातार विवाद चलता था। पूजा ने कई बार सिम बदलकर घर पर फोन किया और जानकारी जुटाने की कोशिश की ताकि उस पर किसी को शक न हो।
मौके से मिले सुराग
घटना स्थल पर इंजेक्शन, चाय के कप और एक डंडा बरामद हुआ है। मृतका के भतीजे सौरभ ने बताया कि पूजा ने घटना के दिन दोपहर 3:10 बजे फोन कर मम्मी की तबीयत पूछी थी। जब परिवार के लोग घर लौटे, तो सुशीला का शव मिला, हाथ-पैर बंधे हुए और मुंह में कपड़ा ठूंसा था, एक आंख नीली पड़ी थी।
बड़ी बहू रागिनी ने बताया, “हमारे पति संतोष, पूजा से ज्यादा बात करते थे। हमें कभी महसूस नहीं हुआ कि वह इतनी चालाक है। हम छह साल एक ही घर में साथ रहे, काम भी बांटकर करते थे। पूजा की बेटी होने के बाद हमने उसे स्वीकार भी कर लिया था।”
पुलिस की कार्रवाई जारी
फिलहाल पूजा और कामिनी पुलिस हिरासत में हैं, जबकि अनिल वर्मा की तलाश (Murder of Mother in Law) जारी है। पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए घर की कॉल डिटेल्स, इलेक्ट्रॉनिक सबूत और गहनों की बरामदगी के लिए विशेष टीम गठित की है। यह घटना न केवल पारिवारिक विश्वास के टूटने की मिसाल है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि किस तरह व्यक्तिगत लालच और अवैध संबंध एक पूरे परिवार को तहस-नहस कर सकते हैं।