Tragic Accident : जांजगीर से दुखद खबर…! तालाब में डूबने से चार मासूमों की दर्दनाक मौत…गांव में पसरा मातम
गांव में हर आंख नम, पुलिस जांच में जुटी

जांजगीर, 12 जुलाई। Tragic Accident : बलोदा थाना क्षेत्र जिले के भैंसतरा गांव में शुक्रवार को दर्दनाक हादसा हो गया, जब तालाब में नहाने गए चार बच्चों की डूबने से मौत हो गई। मृतकों में तीन बच्चियां और एक बालक शामिल हैं। इस हृदयविदारक घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है, और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
कैसे हुआ हादसा?
घटना दोपहर 1 से 2 बजे के बीच हुई। मृतक बच्चों की पहचान पुष्पांजलि श्रीवास (8 वर्ष), तुषार श्रीवास (5 वर्ष), पुष्पांजलि के छोटे भाई अंबिका यादव (6 वर्ष) और ख्याति केवट के रूप में हुई है। चारों बच्चे गांव के तालाब में नहाने के लिए गए थे, लेकिन नहाते समय वे गहरे पानी में चले गए और डूब गए।
गांव में हर आंख नम
जब काफी समय तक बच्चे घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। गांव के कई लोग खोजते-खोजते तालाब तक पहुंचे, जहां किनारे बच्चों की चप्पलें मिलीं। इसके बाद ग्रामीणों को अनहोनी का शक हुआ और उन्होंने तुरंत तालाब में खोजबीन शुरू की। थोड़ी ही देर में चारों बच्चों के शव पानी से बरामद किए गए।
एक साथ चार मासूमों की मौत ने पूरे गांव को झकझोर दिया है। जैसे ही शव गांव लाए गए, हर तरफ चीख-पुकार मच गई। माताएं-बुजुर्ग-बच्चे सभी ग़मगीन नजर आए। यह दृश्य किसी को भी भीतर तक झकझोर देने वाला था।
पुलिस जांच में जुटी
हादसे की सूचना मिलते ही बलोदा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जहां प्रारंभिक रिपोर्ट में मौत का कारण डूबना बताया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आवश्यक जांच शुरू कर दी गई है।
ग्रामीणों की मांग
इस दर्दनाक हादसे के बाद ग्रामीणों ने तालाब के पास सुरक्षा दीवार या चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों। लोगों का कहना है कि गांवों में खुले जलस्त्रोत बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं, यदि सुरक्षा और निगरानी के पुख्ता इंतजाम न हों।
एक पल की चूक
इस हादसे ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या गांवों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन गंभीर है? क्या जलस्रोतों के पास सावधानी और निगरानी की व्यवस्था नहीं होनी चाहिए? जवाबदेही तय होनी चाहिए ताकि मासूम जिंदगियां यूं न जाएं।