
महासमुंद।छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण विभाग (PWD) में भ्रष्टाचार का एक और बड़ा खुलासा हुआ है। मरम्मत और रंगाई-पुताई जैसे मामूली कामों की आड़ में विभाग के दो अफसरों ने 14 लाख 28 हजार रुपये का सरकारी धन हड़प लिया। यह गबन इतनी सफाई से किया गया कि शुरुआत में किसी को भनक तक नहीं लगी। लेकिन जब परतें खुलीं, तो हड़कंप मच गया।
कैसे हुआ खुलासा?
लोक निर्माण विभाग, उपसंभाग सरायपाली में यह घोटाला सामने आया है। विभाग की आंतरिक जांच में यह बात उजागर हुई कि:
तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी शिखा पटेल ने 1.51 लाख रुपये का फर्जी माप पत्रक तैयार किया।
वहीं प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी अरविंद किशोर देवांगन ने 12.77 लाख रुपये का फर्जी माप दिखाया।
दोनों ने मिलकर 14.28 लाख रुपये के काम को कागजों में दिखाया, जो जमीनी हकीकत में मौजूद ही नहीं थे।
तत्काल निलंबन, विभाग में मची खलबली
जांच रिपोर्ट मिलते ही दोनों अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस कार्रवाई के बाद विभाग में खलबली मच गई है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह सिर्फ दो लोगों की साजिश थी या इसके पीछे और भी बड़ी सांठगांठ छिपी है?