Protesting Women : गेवरा क्षेत्र में पुनर्वास और रोजगार की मांग को लेकर उग्र प्रदर्शन…कुसमुंडा महाप्रबंधक कार्यालय में महिलाओं का घेराव
भूमि के बदले नौकरी की अपनी पुरानी मांग को दोहराया

कोरबा, 03 अगस्त। Protesting Women : एसईसीएल की मेगा कोयला परियोजनाओं – गेवरा, कुसमुंडा और दीपका के विस्थापितों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। खदान से प्रभावित ग्रामीण अब पुनर्वास और रोजगार की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को कुसमुंडा स्थित महाप्रबंधक कार्यालय में 25 से 30 महिलाओं ने अचानक प्रवेश कर जमकर हंगामा किया।
प्रदर्शनकारी महिलाएं कार्यालय परिसर में कई घंटों तक बैठी रहीं और “भूमि के बदले नौकरी” की अपनी पुरानी मांग को दोहराया। कार्यालय में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को इससे काफी असुविधा हुई। प्रशासन और पुलिस की कई घंटे चली समझाइश के बाद महिलाएं कार्यालय से बाहर निकलीं।
इधर, एसईसीएल के सुरक्षा विभाग ने घटना को गंभीरता से लेते हुए सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए कुसमुंडा थाना में मामला दर्ज कराया है। दर्ज शिकायत में कहा गया है कि महिलाएं अनधिकृत रूप से कार्यालय में घुसीं और कार्य में व्यवधान उत्पन्न किया।
यह पहला मौका नहीं है जब प्रभावित महिलाएं इस प्रकार से विरोध जताते हुए कार्यालय में प्रदर्शन पर बैठी हों। इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे साफ संकेत मिलता है कि प्रभावितों में असंतोष गहराता जा रहा है। आंदोलनकारियों की मुख्य मांग है कि जिनकी जमीन अधिग्रहित की गई है, उन्हें तत्काल उचित पुनर्वास और रोजगार दिया जाए।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और प्रबंधन की ओर से वार्ता की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। प्रभावित क्षेत्र के निवासियों में भारी नाराजगी देखी जा रही है।