हरियाणा में राजनीतिक हलचल: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के इस्तीफे की तैयारियाँ, विधानसभा भंग होने की संभावना
चंडीगढ़। हरियाणा में विधानसभा चुनावों के प्रचार के बीच एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम सामने आ रहा है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के इस्तीफे की खबरें तेजी से फैल रही हैं, और विधानसभा भंग होने की संभावना भी जताई जा रही है। आज हरियाणा कैबिनेट की बैठक में विधानसभा भंग करने के निर्णय पर विचार किए जाने की उम्मीद है।
उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद से इस्तीफों का सिलसिला जोर-शोर से जारी है। बीजेपी को इस स्थिति से निपटने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है, और अब तक 90 से अधिक नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। इस दबाव के चलते पार्टी को विधानसभा भंग करने पर मजबूर होना पड़ा है।
संविधान के अनुसार, हरियाणा सरकार को छह महीने के भीतर विधानसभा सत्र बुलाना अनिवार्य है। 12 सितंबर, जो कल है, तक इस अवधि का अंत हो रहा है। यदि सैनी सरकार ने सत्र नहीं बुलाया, तो संवैधानिक संकट उत्पन्न होगा। ऐसे में सैनी को राज्यपाल को विधानसभा भंग करने की सिफारिश करनी होगी। इस स्थिति में भी सैनी कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
हरियाणा विधानसभा का अंतिम सत्र 13 मार्च को हुआ था। संविधान के अनुच्छेद 174 (1) के अनुसार, छह महीने में एक बार सत्र बुलाना आवश्यक है। लेकिन अभी तक सत्र या मानसून सत्र का आयोजन नहीं हुआ है, जिससे इस संवैधानिक संकट को टालने के लिए विधानसभा भंग करने की सिफारिश की जाएगी।