न्यूज डेस्क। आगरा के थाना शाहगंज के डेयरी व्यवसायी ने घर से 40 लाख के जेवरात चोरी के मामले में पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाए हैं। उनके घर में चाबी बनाने वाले गिरोह ने वारदात की थी। पुलिस ने सभी बदमाशों की गिरफ्तारी कर जेवरात की बरामदगी का दावा किया। मगर, जेवरात की फोटो ही दिखाई। मालखाने में जमा जेवरात कोर्ट के आदेश पर रिलीज हुए तो नकली निकले। पीड़ित ने बुधवार को डीसीपी सिटी से शिकायत की। मामले में सदर एसीपी को जांच दी गई है।
चाबी बनाने वाले गैंग ने की थी वारदात
अर्जुन नगर निवासी डेयरी व्यवसायी सोनू भदाैरिया, उनकी भाभी एकता शर्मा और मां बुधवार को डीसीपी कार्यालय आए। उन्होंने बताया कि 8 अप्रैल को घर में चाबी बनाने वाले आए थे। अलमारी से 40 लाख के जेवरात चोरी करके ले गए थे। पुलिस ने घटना का खुलासा किया था। एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने प्रेसवार्ता की थी। इसका वीडियो भी डीसीपी को दिखाया। इसमें एसीपी कह रहे थे कि शत प्रतिशत बरामदगी की गई है। सभी चोर भी पकड़ लिए गए हैं।
मुठभेड़ में पकड़ा एक बदमाश
एक बदमाश पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया था। उसके पैर में गोली लगी थी। उस समय पुलिस ने जेवरात की फोटो दिखाई थी। मगर, उसमें चोरी हुआ हार नहीं था। इस पर आपत्ति की। मगर, एसीपी ने कह दिया कि जो बरामदगी हुई, उसे दिखाया गया है। उन्होंने बरामद जेवरात को कोर्ट के आदेश पर रिलीज कराया। जेवरात मिले तो उनके होश उड़ गए। दो अंगूठी असली थी। बाकी जेवरात नकली थे। सोने की 6 चूड़ियों में से 4 बरामद कीं। वह भी नकली निकलीं हैं।
पुलिसकर्मियों पर आरोप
पीड़ित ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने ठीक से जेवरात की बरामदगी नहीं की। उन्हें फोटो दिखाई। हार नहीं होने पर विरोध करने पर चुप कर दिया। वह मामले को लखनऊ के अधिकारियों तक ले जाएंगे। उन्होंने जांच की मांग की। डीसीपी सिटी ने आश्वासन दिया कि जांच कराई जाएगी। सदर के एसीपी विनायक भोसले को जांच दी गई है।