न्यूज डेस्क। पत्नी की जासूसी करना एक पुलिस अधिकारी को महंगा पड़ गया. अधिकारी को ऐसा शक था कि उसकी पत्नी उसे धोखा दे रही है. पुलिसवाला अपनी पत्नी की जासूसी के लिए सरकारी कैमरों का उपयोग कर रहा था. डिपार्टमेंट की जांच में उसे दोषी पाया गया. इसके बाद उस पुलिसवाले का डिमोशन कर दिया गया. डिमोशन भी ऐसा वैसा नहीं तगड़ा वाला. इस दौरान उसने एक दूसरे पुलिस वाले को मारपीट की कथित धमकी भी दी थी.
न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मामला अमेरिका के दक्षिण कैरोलिना का है. डिमोशन पाने वाले अमेरिकी पुलिस अधिकारी का नाम है- रयान टेरेल. टेरेल नॉर्थ चार्ल्सटन पुलिस विभाग में लेफ्टिनेंट पद पर तैनात था.
कैसे खुला मामला?
टेरेल को शक था कि उसकी पत्नी किसी अन्य व्यक्ति के साथ रोमांटिक रिश्ते में है. इसके कारण उसने अपनी पत्नी की जासूसी शुरू कर दी. विभाग की जांच में उसने स्वीकार किया कि उसने सरकारी कैमरों का उपयोग किया. हालांकि, उसने अपनी सफाई में ये भी कहा कि उसे अपनी पत्नी की सुरक्षा को लेकर चिंता थी. इसलिए उसने कैमरों के जरिए उसपर नजर रखी.
मामला खुला 11 अप्रैल को. जब टेरेल ने एक अन्य पुलिसवाले को नुकसान पहुंचााने की कथित धमकी दी. क्योंकि टेरेल को शक था कि उसकी पत्नी का इस पुलिसवाले के साथ अफेयर है. उसने दावा किया कि उसे इस बारे में पता चल गया है. टेरेल ने अपने कुछ सहकर्मियों के सामने अपना गुस्सा दिखाया. उसके सहकर्मियों ने इस बात की जानकारी विभाग को दी. क्योंकि उन्हें लगा कि टेरेल किसी को नुकसान पहुंचा सकता है.
पत्नी से भी हुई पूछताछ
हिंसा और धमकी के आरोपों के बाद विभाग ने टेरेल की जांच शुरू की. टेरेल, टेरेल की पत्नी और उस पुलिस वाले से पूछताछ की गई जिसने धमकी की शिकायत की थी. पूछताछ में टेरेल ने स्वीकार किया कि उसने सरकारी कैमरों का इस्तेमाल किया. जांच करने वाले अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि टेरेल ने ऐसा कई बार किया. उसने कम-से-कम तीन अलग-अलग मौकों पर अपनी पत्नी की जासूसी के लिए लाइव फीड का इस्तेमाल किया. टेरेल ऐसा आसानी से कर सकता था क्योंकि वो शहर के कैमरा सिस्टम की देखरेख कर रहा था.
क्या सजा मिली?
जांच रिपोर्ट में कहा गया कि दूसरे पुलिसवाले को दी गई धमकी खोखली थी. लेकिन टेरेल ने कम-से-कम तीन बार अपने पद का दुरूपयोग किया. इसके लिए टेरेल को मास्टर पट्रोल ऑफिसर के पद पर डिमोट कर दिया गया. बात यहीं नहीं रूकी. टेरेल पुलिस विभाग का भरोसा खो चुका था. इसके चलते टेरेल को 6 महीने के लिए प्रोबेशन पर रखा गया. साथ ही कैमरा सिस्टम के देखरेख की जिम्मेवारी भी उससे छीन ली गई है.