Police Line Attached : SP ने बिना अनुमति बंगाल भेजे गए पुलिसकर्मियों को किया सस्पेंड…! थाना प्रभारी सहित तीन पर कार्रवाई
4 लाख रुपए में कर ली डील

अंबिकापुर, 02 जुलाई। Police Line Attached : छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कुसमी थाना में गंभीर अनुशासनहीनता और कथित लेनदेन का मामला सामने आने के बाद एसपी आकाश राव गुडबोले ने थाना प्रभारी (टीआई) ललित यादव समेत दो प्रधान आरक्षकों को निलंबित कर दिया है।
यह है पूरा मामला
कुछ दिन पहले कुसमी क्षेत्र के एक व्यापारी ने बंगाल के आसनसोल निवासी व्यापारी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शिकायत मिलने के बाद कुसमी थाने के टीआई ललित यादव ने एफआईआर दर्ज नहीं की, बल्कि पीड़ित व्यापारी से मामला रफा-दफा करने के बदले 4 लाख रुपए में डील कर ली।
बिना अनुमति बंगाल भेजे गए पुलिसकर्मी
आरोप है कि टीआई ललित यादव ने उच्च अधिकारियों को बिना सूचना दिए ही, दो प्रधान आरक्षकों विष्णुकांत मिश्रा और प्रांजुल कश्यप को आसनसोल (पश्चिम बंगाल) भेज दिया। दोनों आरक्षक आरोपी व्यापारी की गिरफ्तारी के लिए पहुंचे थे। लेकिन आसनसोल पुलिस ने जब मौके पर पहुंचकर दोनों आरक्षकों से पूछताछ की, तो उनके जवाब मेल नहीं खाए। आसनसोल पुलिस को घटना संदिग्ध लगी और उन्होंने बलरामपुर-रामानुजगंज एसपी को सीधे फोन कर जानकारी दी। सूचना मिलते ही एसपी आकाश राव गुडबोले ने पूरे मामले की आंतरिक जांच कराई।
तीनों पुलिसकर्मी निलंबित
जांच में प्राथमिक रूप से अनुशासनहीनता, प्रशासनिक प्रक्रिया का उल्लंघन और शिकायत पर कार्रवाई में लेनदेन की आशंका सामने आने पर एसपी ने तुरंत प्रभाव से टीआई ललित यादव, प्रधान आरक्षक विष्णुकांत मिश्रा और प्रधान आरक्षक प्रांजुल कश्यप को निलंबित कर दिया।
एसपी ने कहा, “बिना उच्च अनुमति के किसी भी पुलिसकर्मी को राज्य से बाहर भेजना गंभीर लापरवाही और अनुशासनहीनता है। इस मामले में स्पष्ट उल्लंघन हुआ है, इसलिए कार्रवाई की गई है। विभागीय जांच भी जारी रहेगी।”
सवालों के घेरे में थाना प्रबंधन
एफआईआर दर्ज न करना
शिकायतकर्ता से कथित आर्थिक सौदे
बिना वैध प्रक्रिया गिरफ्तारी की कोशिश
इन सभी पहलुओं की भी जांच की जा रही है। यदि लेनदेन से जुड़े कोई सबूत मिलते हैं, तो आपराधिक मामला भी दर्ज हो सकता है।