Murder : हृदयविदारक…! 3 बच्चों की हत्या करने वाली मां को मौत की सजा…! मां के चेहरे पर ग्लानि नहीं…बच गया बेटे की गवाही बनी निर्णायक…यहां देखें Video
साल 2020 में घटी दिल दहला देने वाली घटना

औरैया, 12 जुलाई। Murder : साल 2020 में उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में घटी एक दिल दहला देने वाली घटना में अदालत ने बड़ा फैसला सुनाया है। अपने ही चार मासूम बच्चों को नदी में फेंकने वाली महिला प्रियंका को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। इस हृदयविदारक घटना में 3 बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि एक बच्चा चमत्कारिक रूप से बच गया था। उसी बच्चे की गवाही ने मां को आज कानून के कठघरे में खड़ा कर दिया।
क्या था पूरा मामला
साल 2020 में प्रियंका के पति अवनीश की करंट लगने से मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद प्रियंका ने अपने चचेरे देवर आशीष के साथ संबंध बना लिए। लेकिन जब आशीष ने बच्चों को अपनाने से इनकार कर दिया, तब प्रियंका ने अमानवीय कदम उठाया। उसने अपने चार बच्चों को नदी में फेंक दिया, जिसमें तीन की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक बच्चा किसी तरह बच गया।
बेटे की गवाही बनी निर्णायक
जिंदा बचे बच्चे ने समय के साथ साहस दिखाते हुए अदालत में अपनी मां के खिलाफ गवाही दी। उसने बताया कि किस तरह उसकी मां ने उसे और उसके भाई-बहनों को खुद अपने हाथों से नदी में फेंका। इस गवाही को अदालत ने निर्णायक सबूत माना।
अदालत का फैसला
सभी साक्ष्य, गवाहों और मेडिकल रिपोर्ट्स को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने प्रियंका को दोषी ठहराया और इस कृत्य को समाज के लिए “अत्यंत जघन्य अपराध” करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई। कोर्ट ने अपने निर्णय में कहा कि “मां जैसे पवित्र रिश्ते को कलंकित करने वाली यह घटना सभ्य समाज को झकझोर देने वाली है।”
फैसले के बाद यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग कह रहे हैं कि “जिसने जन्म दिया, उसी ने जीवन छीन लिया, इससे बड़ा अपराध कुछ नहीं हो सकता।”
समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंता
विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना बताती है कि पारिवारिक टूटन, सामाजिक असुरक्षा और मानसिक अवसाद किस हद तक एक महिला को क्रूरता के कगार तक पहुंचा सकता है। मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता, पारिवारिक काउंसलिंग और प्रशासनिक हस्तक्षेप की इस समय सख्त जरूरत है।
यह फैसला न सिर्फ एक अपराध (Punishment for Murder) के खिलाफ न्याय है, बल्कि पूरे समाज को यह संदेश भी देता है कि कानून किसी भी रिश्ते की आड़ में अपराध करने वालों को बख्शता नहीं है।